छावनी परिषद के कर्मचारियों में उपज रहा आक्रोश

कप्तान और डीएम से मिले कर्मचारी, मुकदमा वापस लेने की मांग

मुकदमा वापस न हुआ तो सड़कों पर उतरेंगे कर्मचारी

Meerut । छावनी परिषद के कर्मचारियों की हड़ताल शुक्रवार को भी जारी रही। जीओसी और सीईओ के हड़ताल खत्म करने की बात को कर्मचारियों ने नहीं माना। कर्मचारी जिलाधिकारी पंकज यादव और एसएसपी जे रविंद्र गौड से मिले। ज्ञापन सौंप कैंट बोर्ड के कर्मचारियों पर दर्ज मुकदमा खत्म करने की मांग की।

मुकदमा खत्म करो नहीं तो आंदोलन

डीएम और एसएसरी मिल छावनी परिषद के कर्मचारियों ने कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं होती तब तक कर्मचारियों पर दर्ज मुकदमों को खत्म किया जाए। जांच में कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। यदि मुकदमा वापस नहीं होता है तो सड़कों पर उतर आंदोलन किया जाएगा।

दोषी हैं तो मुआवजा क्यों

यदि कर्मचारी आरआर मॉल को ध्वस्तीकरण करने के दौरान हुई चार मौतों के दोषी हैं तो परिजनों को मुआवजा क्यों दिया जा रहा है। और यदि हादसा है तो मुकदमा क्यों दर्ज किया गया। प्रशासन इस मामले को स्पष्ट करे।

अनुज के समर्थन में उतरी जाट सभा

जाट सभा कैंट बोर्ड के सीईई अनुज सिंह के समर्थन में उतर आई है। जाट सभा ने एक बैठक कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। जाट सभा के अध्यक्ष चौधरी कल्याण सिंह ने कहा कि आरआर मॉल के ध्वस्तीकरण में 4 लोगों की मौत का सभी को दुख है। हाईकोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई की गई। बंगला नंबर 210 बी अवैध है और इसको ध्वस्त किया जाना है यह बात पूरा शहर जानता था। अखबारों के माध्यम से इसका काफी प्रचार प्रसार भी हुआ। अनुज सिंह के खिलाफ एक तरफ कार्रवाई जाट सभा बर्दाश्त नहीं करेगी। एक तरफ प्रशांत चौधरी के हत्यारे खुले घूम रहे हैं। दूसरी तरफ प्रशासन ने दबाव में आकर अनुज सिंह को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। इसकी निष्पक्ष जांच की जाए। उसके बाद कार्रवाई की जाए। प्रशासन अनुज सिंह के तुरंत रिहा करे। नहीं तो जाट सभा सड़कों पर उतर आंदोलन करेगी। इस दौरान गजेंद्र पाल सिंह, इंद्रपाल मलिक, रविंद्र मलिक, वीर सैन तोमर, कर्नल एसएस दुहुन आदि मौजूद रहे।