आईएमए हॉल में डॉक्टर्स बैठे भूख हड़ताल पर

Meerut। नेशनल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर बुधवार से मेरठ आईएमए ब्रांच के डॉक्टर्स ने मिक्सोपैथी के विरोध में रिले अनशन शुरू कर दिया। आईएमए अध्यक्ष डा। अनिल कपूर ने बताया कि रिले अनशन शुक्रवार तक चलेगा। इस क्रमिक अनशन में बारी-बारी से डॉक्टर्स अनशन पर रहेंगे। गुरूवार को महिला डॉक्टर्स इसमें शामिल होंगी जबकि शुक्रवार को मेडिकल कालेज के स्टूडेंट्स अनशन करेंगे।

नहीं बंद हुई स्वास्थ्य सेवाएं

आइएमए हॉल में रिले अनशन पर बैठे आइएमए डॉक्टर्स ने प्रेस कांफ्रेंस में मिक्सोपैथी के नुकसान बताएं। डा। अनिल क पूर ने कहा कि एलोपैथी, आयुर्वेदिक और यूनानी अलग-अलग पद्धतियों में मेडिकल हेल्थ सेवाएं हैं। आईएमए सभी पद्धतियों का स्वागत करता है। हम चाहते हैं कि सभी पद्धतियां स्वतंत्र रूप से काम करें, ताकि चिकित्सा सेवा की गुणवत्ता बरकरार रहे। लेकिन सरकार ने अपनी पालिसी में विभिन्न पद्धतियों को बढ़ावे के बजाए एक नई मिक्सोपैथी का तरीका निकाला है। इसमें हर पद्धति का इलाज करने का जो कि अलग-अलग तरीका है, उसे एक कर दिया जाएगा। आइएमए की सचिव डा। मनीषा त्यागी ने कहा कि सरकार आयुर्वेद चिकित्सकों को प्रशिक्षण देकर ईएनटी, दंत और नेत्र सर्जरी की अनुमति देने की तैयारी कर रही है। एलोपैथी में एक अच्छा सर्जन बनने में 10 से 12 साल लगते हैं। अलग-अलग एक्सप‌र्ट्स बनने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में आयुर्वेद चिकित्सक को प्रशिक्षण देकर बेहतर शल्य चिकित्सा की उम्मीद कैसे की जा सकती है। एक चिकित्सक हर पद्धति की गहराई को नहीं समझ सकता है। उन्होंने बताया कि 14 फरवरी को देशव्यापी आंदोलन के तहत दिल्ली में रिले भूख हड़ताल प्रस्तावित है, जिसमें आइएमए के पदाधिकारी हिस्सा लेंगे। बुधवार को आइएमए भवन में भूख हड़ताल में डा.अनिल कपूर, डा। मनीषा त्यागी, डा.एमके बंसल, डा.भूपेंद्र चौधरी, डा.अभिषेक मोहन, डा। तनुराज, डा.वीरोत्तम तोमर, डा.ऋषि भाटिया, आशु मित्तल, अमित उपाध्याय, रेणु भगत समेत अन्य आइएमए पदाधिकारी व चिकित्सक मौजूद रहे।