- पुलिस ने कई जगह डाली दबिशें, लेकिन नहीं मिली सफलता

- पुलिस को नहीं मिली आरोपी की कोई लोकेशन

Meerut: कंकरखेड़ा के दोहरे हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने दिल्ली, अलीगढ़ से लेकर बड़ौत तक दबिशें डाली हैं, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। बताया जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी पिंटू अपने साथियों के साथ खतौली पहुंचा था। वहां के बाद पुलिस को उसकी कोई लोकेशन नहीं मिली है। पुलिस की टीमें उसे पकड़ने के लिए ताबड़तोड़ दबिशें डाल रही है।

क्या था मामला

रामपुर मोती गांव के ग्राम प्रधान चौधरी सतेंद्र सिंह कचहरी में अधिवक्ता हैं, जो कंकरखेड़ा के शास्त्री कालोनी में मकान नंबर क्भ्7 में रहते हैं। उनकी पत्‍‌नी चंद्रकांता सीबीसीआईडी से वीआरएस ले चुकी हैं। गुरुवार को रोजाना की तरह आई-ख्0 में सवार होकर सतेंद्र और चंद्रकांत अपनी पोती वर्षा, मेगा और पोते अर्जुन को सरधना रोड स्थित सेंट फ्रांसिस कान्वेंट स्कूल में छोड़कर लौट रहे थे। चंद्रकांता की गोद में बड़े बेटे अमित का दो वर्ष का बेटा लक्की भी था। स्कूल गेट से पंद्रह मीटर की दूरी पर पैदल आए हमलावरों ने कार का शीशा तोड़कर सतेंद्र और उनकी पत्‍‌नी चंद्रकांता की गोली मारकर हत्या कर दी। अमित ने मम्मी और पापा की हत्या में चचेरे भाई पिंटू और उसके दो साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।

डाली जा रही है दबिश

पुलिस की तीन टीमें बनाकर हत्यारोपियों को पकड़ने के लिए ताबड़तोड़ दबिशें दी जा रही हैं। पुलिस की जांच में सामने आया कि पिंटू की बदमाश कंपनी में उसकी बहन रीना और पिता राजेंद्र और चार अन्य युवक शामिल हैं। पुलिस ने बहन रीना के सुसराल अलीगढ़ और बड़ी बहन सीमा के सुसराल दिल्ली में दबिशें डाली हैं। पिंटू के साथ वारदात को अंजाम देने वाले बड़ौत के युवकों के घर भी पुलिस पहुंच गई है। दरअसल, पिंटू वारदात को अंजाम देकर अपने साथियों के साथ मामा के घर खतौली गया था। उसके बाद पुलिस को उसकी कोई लोकेशन नहीं मिली।

छह रिश्तेदारों को हिरासत में लिया

कंकरखेड़ा पुलिस की टीम ने पिंटू के छह रिश्तेदारों को हिरासत में लेकर उसकी गिरफ्तारी के लिए दबाव बनाया है, जबकि परिवार के सभी लोग गांव से फरार हो चुके हैं। पुलिस के मुताबिक, उसके रिश्तेदारों ने पिंटू का सरेंडर कराने की बात कही है। पुलिस के साथ में मिलकर रिश्तेदार भी पिंटू की तलाश कर रहे हैं।