कोरोना के चलते इस बार कार्यक्रमों की नहीं मिली अनुमति

घरों में गणेश चतुर्थी मनाएंगे श्रद्धालु, एक या दो दिन के ही होंगे कार्यक्रम

कार्यक्रम समितियों को प्रशासन ने नहीं दी अनुमति, छोटे स्तर पर होंगे कार्यक्रम

Meerut.आगामी 10 सिंतबर को गणेश चतुर्थी है। हर साल श्रद्धालु गणेश चतुर्थी को धूमधाम के साथ मनाते हैं। गणपति को घर लाकर विराजमान करने से लेकर उनका विसर्जन भी धूमधाम से करते हैं.10 दिन के इस त्योहार पर गणपति की स्थापना होती है। कोई पांच दिन तो कोई सात तो कोई तीन दिन तक अपनी मन्नतों के अनुसार गणपति की स्थापना करते हैं।

नहीं मिली अनुमति

गणेश उत्सव भाद्रपद मास की चतुर्थी से चतुर्दशी तक यानी दस दिनों तक चलता है। चतुर्दशी को गणपति का विसर्जन होता है। हालांकि, कोरोना की आशंका के चलते इस बार भी प्रशासन ने गणेश पंडाल लगाने और बड़े स्तर पर आयोजनों की अनुमति नहीं दी है। सोमवार को कुछ समितियों के सदस्य प्रशासनिक अधिकारियों के पास कार्यक्रमों की अनुमति कराने के लिए गए थे। अनुमति न मिलने से मायूसी थी, हालांकि, उनका कहना है कि अब छोटे स्तर पर ही सही लेकिन त्योहार तो मनाएंगे।

नहीं होंगे सार्वजनिक कार्यक्रम

सोमवार को प्रशासन से अनुमति लेने के लिए कई समितियों के सदस्य पहुंचे थे, लेकिन कोरोना की आशंका के चलते प्रशासन ने इस बार भी अनुमति नहीं दी है। लिहाजा इस बार भी बड़े स्तर पर गणेश चतुर्थी के आयोजन नहीं होंगे। लख्मी विहार सोसाइटी में लोग घर पर ही गणपति की मूर्ति स्थापित करेंगे। इस बाबत सोसायटी अध्यक्ष बिल्लू चौधरी ने बताया इस बार सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होगा। इसी तरह सरस्वती विहार, श्रीराम पैलेस व द्वारिकापुरी आदि सोसाइटी में भी लोग घरों में ही विनायक की मूíत की स्थापना करेंगे।

छोटी मूर्ति की स्थापना

बागपत गेट शिव चौक स्थित प्राचीन भोले शंकर महादेव मंदिर के संयोजक अभिषेक अग्रवाल व कार्यक्रम प्रधान सतीश राजपूत ने बताया कि गणेश चतुर्थी पर मंदिर परिसर को झालरों से सजाया जाएगा। गणपति की छोटी मूर्ति को मंदिर परिसर में स्थापित किया जाएगा। आखिरी में मंदिर परिसर में भ्रमण कराकर मूíत का विसर्जन कराएंगे।

डेढ़ दिन का मंडप

गौरतलब है कि नवयुवा मित्र मंडल की ओर से हर साल गणेश महोत्सव का आयोजन कराया जाता है। हालांकि, कोरोना की आशंका के चलते इस बार भी डेढ़ दिन का ही मंडप सजेगा। छोटे स्तर पर ही कार्यक्रम आयोजित होगा। समिति के मुख्य सेवक मयूर अग्रवाल ने इसकी जानकारी दी।

घरों में होगी स्थापना

सदर गणेश मित्र मंडल के सदस्य ब्रह्मादेव ने बताया कि इस बार अनुमति न मिलने पर घरों में ही गणपति की स्थापना होगी। बड़े आयोजन की अनुमति नहीं मिली है। शहर सर्राफा बाजार गणेश मंडल के पूर्व अध्यक्ष अशोक पंवार व अध्यक्ष महेंद्र पाटिल ने बताया कि इसबार बड़े आयोजन की अनुमति नहीं है, लेकिन परम्परा है उसको निभाना है। इसलिए डेढ़ दिन के लिए गणेश जी को बैठाएंगे। इसके बाद 11 लोग जाकर उनका विसर्जन करेंगे। 10 सितम्बर को गणेश जी आएंगे। सुबह शाम की आरती व भंडारे का आयोजन होगा।

मुश्किलों को दूर करेंगे मंगलमूर्ति

दिन- 10 सितंबर

शुभ मुहूर्त- दोपहर 12.17 बजे से रात 10 बजे तक

गणेश जन्मोत्सव 11 दिन का त्योहार है। चतुर्थी पर गणपति की स्थापना और अनंत चतुदर्शी पर विसर्जन होगा। ज्योतिषविद भारत ज्ञान भूषण एवं डॉ। दिनेशदत्त शर्मा ने बताया कि गणपति की मूर्ति स्थापना से पहले कुछ बातों का ख्याल रखें।

ऐसे करें मूर्ति स्थापना

नई मूर्ति पूजा कक्षा या उत्तर दिशा के शुद्ध स्थल पर रखें।

हल्दी से स्वास्तिक बनाकर पीले आसन पर मूर्ति को स्थापित करें।

गणेश विग्रह की पीठ उत्तर दिशा में हो, साथ ही मुख दक्षिण दिशा में हो।

उत्तर की ओर मुख करके श्रद्धालु गणपति का पूजन करें।

ऐसे लगाएं भोग

केसर, हल्दी युक्त दूध, बेल का मुरब्बा, बूंदी के लड्डू, मोदक, कदली फल केला आदि गणपति को चढ़ाएं

सिंदूर, केसर, हल्दी, पीले वस्त्र, पीला आसन भी समर्पित करें।

क्या कहते हैं आयोजक

इस बार प्रशासन की अनुमति नहीं है, लेकिन परम्परा को निभाना है तो इसलिए हम डेढ़ दिन के लिए गणेश जी को बैठाएंगे। दो फुट की मूर्ति आरती व भंडारा किया जाएगा। बाकी सब अपने घरों में ही पर्व मनाएंगे।

महेंद्र पाटिल, अध्यक्ष,श्री गणेश मित्र मंडल, शहर सर्राफा बाजार

इसबार आयोजन छोटे लेवल पर ही किया जाएगा, क्योंकि बड़े लेवल पर अनुमति नहीं है, बाकी सभी अपने घरों में ही पर्व मनाएंगे।

अशोक पंवार, पूर्व अध्यक्ष, श्री गणेश मित्र मंडल, शहर सर्राफा बाजार

आयोजन होगा, लेकिन इस बार भीड़ कम हो। इस तरह से कार्यक्रम किया जाएगा। मंदिर में ही पीछे आयोजन किया जाएगा, जो हर बार हनुमान मंदिर के पीछे होता है, तैयारियां शुरु हो गई है

मयूर अग्रवाल, मुख्य सेवक, नव युवा मित्र मंडल बुढ़ाना गेट

अनुमति न मिलने पर इस बार पंडाल नहीं लगेगा। हम सभी अपने घरों में ही पूजन करेंगे। हमारे घर में सात दिन के लिए दस को गणेश जी आएंगे।

ब्रह्मादेव, सदस्य, गणेश मित्र मंडल, सदर बाजार