मेरठ (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट (आईआईटी) सीजन 10 का आयोजन कराया गया था। इसमें शहर के 18 नामचीन स्कूलों के स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया था। उन्होंने इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट में क्वेश्चन सॉल्व कर अपनी योग्यता को परखा था। अब आगामी 27 जनवरी को इसका रिजल्ट आएगा। अब इसके रिजल्ट जानने को लेकर स्टूडेंट्स में काफी उत्साह है। एग्जाम में स्टूडेंट्स म्यूजिकल इंटरपर्सनल, इंट्रापर्सनल, मैथेमेटिक्स और साइकोलॉजिकल,बायो, कैमिस्ट्री, फिजिक्स और कॉमर्स आदि के सवालों के जवाब दिए थे।

सजगता से दिए थे आंसर
गौरतलब है कि इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट के दौरान क्लास 5वीं से लेकर 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए अलग-अलग परीक्षा का आयोजन हुआ था। इस दौरान स्टूडेंट्स माइनस मार्किंग से बचने के लिए पूरी सजगता से क्वेश्चन का आंसर दिया था। हालांकि, सब्जेक्ट वाइज प्रश्नों को सॉल्व करने में स्टूडेंट्स को कुछ प्रश्नों को छोड़कर ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। तार्किक प्रश्नों को सॉल्व करने में उन्हें अधिक दिमाग लगाना पड़ा।

पहली बार भरी ओएमआर
आईआईटी टेस्ट सीजन 10 की परीक्षा में अधिकांश स्टूडेंट्स ऐसे थे, जिन्होंने पहली बार ओएमआर शीट को भरने का तरीका समझा था। ये एग्जाम क्लास फाइव से लेकर इंटर तक के स्टूडेंट्स के लिए था। ओएमआर शीट भरने से लेकर एग्जाम देने तक को लेकर स्टूडेंट्स में काफी उत्साह था।

अब रिजल्ट का इंतजार
इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट देने के बाद अब बच्चों को रिजल्ट का इंतजार है। दीवान पब्लिक स्कूल की छात्रा श्रेयांशी ने बताया कि प्रश्नों का स्टैंडर्ड काफी अच्छा था। इस बार जो कमी रही वो अगली बार नहीं रहेगी। उदयन ने बताया कि ऐसे टेस्ट में शामिल होने से कॉन्फिडेंस काफी बढ़ता है, जो आगे चलकर ऐसे टेस्ट में शामिल होने वाले डर को खत्म कर देता है। गार्गी पब्लिक स्कूल की स्टूडेंट्स सेजल ने कहा कि आईआईटी से आपको अपने अंदर झांकने का मौका मिलता है। आपको अपने प्रिप्रेशन लेवल का पता चल जाता है। छात्रा यशस्वी ने कहा कि एग्जाम के बाद अब रिजल्ट के बाद है। एमपीजीएस के छात्र अनन्या मित्तल ने कहाकि सभी सब्जेक्ट पर आधारित सवाल थे। मुझे जिस सब्जेक्ट में इंट्रेस्ट है, उसके अधिकांश सवाल मैंने सॉल्व कर लिए हैं। देखते हैं कि रिजल्ट क्या आता है। सिटी वोकेशनल पब्लिक स्कूल के छात्र कशिश ने कहा कि पेपर अच्छा आया था, लेकिन मैथ्स का पोर्शन थोड़ा टफ था।

एग्जाम को लेकर बच्चों में बहुत ही क्रेज था। वो पेपर देने के बाद बहुत खुश नजर आए। बच्चों के अनुसार सब सिलेबस से ही आया था।
संजीव अग्रवाल, प्रिंसिपल, बीएनजी

पेपर आसान था। बहुत ही अच्छे लेवल के सवाल आए थे। इस तरह के एग्जाम बच्चों के आईक्यू लेवल को भी बढ़ाते हैैं।
अंजलि सीनियर टीचर, गार्गी गल्र्स स्कूल

हमारे स्कूल में हर साल दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा आईआईटी एग्जाम कराया जाता है। इसका बच्चों को इंतजार रहता है।
नीना दुदेजा, प्रिंसिपल, दीवान पब्लिक स्कूल

आईआईटी एग्जाम सभी बच्चों के लिए बहुत ही फायदेमंद है। एग्जाम देने को लेकर बच्चों में काफी उत्साह था।
डॉ। शिमोन जैन, प्रिंसिपल, सेंट जोंस स्कूल

बच्चों ने बताया कि पेपर बहुत ही अच्छा आया था। जो भी सवाल थे वो सब सिलेबस से थे। उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला।
मुकेश कुमार, प्रिंसिपल, रिषभ एकाडेमी

इस तरह के एग्जाम समय-समय पर आयोजित होने चाहिए। इससे बच्चों का रिवीजन होता है, साथ ही उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
नम्रता बंसल, सीनियर टीचर, सिटी वोकेशनल पब्लिक स्कूल

आईआईटी में जो भी सवाल आए थे उनका स्टैैंडर्ड हर क्लास वाइज तैयार किया गया था। बच्चों ने बहुत कुछ गेन किया।
अनिता त्रिपाठी, प्रिंसिपल, सिटी वोकेशनल पब्लिक स्कूल

हर पेरेंटस का सपना होता है उनके बच्चे का फ्यूचर सिक्योर हो। इस एग्जाम के जरिए पेरेंट्स को भी बच्चों के इंट्रस्ट का पता लगता है कि वो किस सब्जेक्ट में बेहतर कर पाएगा और किस में नहीं।
संगीता कश्यप, प्रिंसिपल, राधा गोविंद पब्लिक स्कूल

बच्चों को आईआईटी में पर्टिसिपेट कराने से उनके अंदर से एग्जाम की झिझक तो खत्म होती ही है, साथ में उनके अंदर छिपी प्रतिभा के बारे में भी पता चलता है।
रोहित सिंह, प्रिंसिपल, महेंद्र सिंह स्मारक इंटरनेशनल स्कूल

कई बार हम किसी एक टेस्ट के जरिए ही काफी अच्छी चीजें पा लेते हैं। जिसकी कीमत का अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है। इस टेस्ट के जरिए न केवल बच्चे नॉलेज गेन करते हैं बल्कि उन्हें सही दिशा भी मिलती है।
एके दुबे, प्रिंसिपल, दीवान पब्लिक स्कूल