-ईदगाह पर सुबह 8.15 बजे होगी ईद की नमाज, बारिश हुई तो जामा मस्जिद में होगी नमाज

-कारी शफीक ने कहा कुरान के बताए रास्ते पर चलने की जरूरत

- शहरकाजी ने फितरा, जकात के साथ ही नमाज व फर्ज पर डाली रोशनी

मेरठ : शाही ईदगाह पर ईद की नमाज सुबह 8.15 बजे होगी। अलविदा जुमे की नमाज से पहले शहरकाजी जैनुस साजिद्दीन ने ये ऐलान किया। उन्होंने कहा कि बारिश के हालात बने तो इंतजार किया जाएगा। ऐसे में शाही ईदगाह पर 11 बजे ईद की नमाज होगी। अगर बारिश नहीं थमी तो शाही जामा मस्जिद व अन्य मस्जिदों में ईद की नमाज बदस्तूर होगी। उन्होंने फितरा, जकात आदि समेत कई फर्ज पर रोशनी डाली।

जरूरतमंदों के लिए जकात

शहरकाजी प्रो। जैनुस साजिद्दीन ने ऐलान किया कि जकात और फितर जरूरतमंदों के लिए है ताकि वे ईद मना सकें। ऐसे में यह जरूरी है कि उनकी मदद की जाए। इस दौरान उन्होंने ताकीद भी किया कि वे पेशेवर भिखारी की जगह जरूरतमंद की मदद करें।

मुसलमान को ही दें जकात

कारी शफीकुर्रहमान कासमी ने कहा कि जकात किसी गैर मुस्लिम को नहीं दी जा सकती। गरीब मुसलमान को मजबूत बनाने के लिए जकात है। उन्होंने कहा कि बीवी पर जेवर हों और शौहर कर्जदार तो जकात नहीं बनती। साथ ही कहा कि बीवी अपने जेवर और शौहर अपनी संपत्ति में हक रखते हैं। दोनों का एक-दूसरे की मिल्कियत में दखल नहीं हो। बताया कि फितरा भी जरूर करें। यह एक तरीके से बीमा है। इससे माल की हिफाजत होती है और खुदा की रहमत बनी रहती है। उन्होंने कहा कि खुदा ने कुरान के जरिए अपना पैगाम दिया है। जरूरी है हम कुरान पर चलें, इसी से हालात बेहतर बनेंगे।

नन्हे मुन्नों ने भी की इबादत

अलविदा जुमे के मौके पर अकीदतमंदों का सैलाब इबादतगाहों में उमड़ा। शाही जामा मस्जिद में जबरदस्त भीड़ रही। आसपास की सड़क व गलियों में भी सफे बिछे और नमाज अदा की गयी। छोटे-छोटे बच्चे भी इबादत को पहुंचे और इबादत की।

दूर तक बिछे सफे

शहरभर की दो दर्जन से अधिक मस्जिदों में जुमे की नमाज शिद्दत से अदा की गयी। खैरनगर हौज वाली मस्जिद, मस्जिद इम्लियान, मस्जिद खंदक अहल-ए-हदीस, अख्तर मस्जिद, गोलाकुआं मस्जिद, सोतीगंज मस्जिद, फैज-ए-आम कालेज, बड़ी मस्जिद सदर बाजार, मनसबिया कालेज, शाहपीर की बड़ी मस्जिद, बाले मियां की मस्जिद, पत्थर वाली मस्जिद, मस्जिद रशीदिया, पीपल वाली मस्जिद, नील गली मस्जिद के साथ ही बेगमबाग, छीपी टैंक आदि पर नमाज अदा की गई। मुल्क में अमन-ओ-अमान के साथ तरक्की की दुआएं की गयीं। वहीं पुलिस-प्रशासन सुबह से ही मुस्तैद रहा। जुमे की नमाज के दौरान तमाम मार्गाे को डायवर्ट किया गया। ऐसे में लोग परिवर्तित मार्गाे से होकर गुजरे।