मेरठ (ब्यूरो)। बेटियां फाउंडेशन व राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान नई दिल्ली द्वारा ऑनलाइन गूगल मीट का आयोजन किया गया। जिसका विषय था बच्चों द्वारा गैजेट्स का उपयोग। इस अवसर पर बच्चों द्वारा मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर जैसी डिवाइस से होने वाले नुकसान से बच्चों को कैसे बचाया जा सके, इस पर सभी सदस्यों ने अपनी राय दी। अध्यक्ष अंजू पांडे ने बताया कि कुछ अभिभावकों को संस्था ऑफिस पीवीएस मॉल पर इकट्ठा किया गया।

बच्चों के साथ समय बिताएं
एनआईपीसीसीडी मुख्यालय नई दिल्ली से सीमा गुप्ता ने बताया कि माता-पिता बच्चों को समय न देकर मोबाइल हाथ में पकड़ा देते हैं। रोते-रोते बच्चा चुप हो जाता है। इसके बजाए माता-पिता को बच्चों के साथ समय व्यतीत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शुरू से बच्चा मोबाइल में गेम आदि देखकर खुश होता है तो मोबाइल उसकी आदत हो जाती है और धीरे धीरे बच्चा एडिक्ट हो जाता है। अगर माता-पिता इस तरफ ध्यान नहीं देंगे तो भविष्य में बच्चों का मानसिक व शारीरिक रूक जाता है। इसके बाद अध्यक्ष अंजू ने कहा कि हम बेटियां फाउंडेशन के माध्यम से चौपाल आदि लगाकर लोगो को जागरूक करेंगे ताकि बच्चों के स्वास्थ्य के साथ ही उनका भविष्य भी सुधर सके।

ये रहे मौजूद
इस अवसर पर अभिभावकों के साथ संस्था सदस्य शशिबाला, अर्चना, दीप्ति, सुधा अरोड़ा, कोषाध्यक्ष कुसुम मित्तल, पल्लवपुरम क्षेत्रीय अध्यक्ष बबीता कटारिया, विनीता तिवारी, निशि सक्सेना का सहयोग रहा।