वीसी का संपत्ति अनुभाग में छापा, दबी हुई तमाम फाइलों को खंगाला

आवंटियों से जुगलबंदी करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई के निर्देश

Meerut। फाइलें दीमक चाट रही हैं तो एमडीए के संपत्ति विभाग में तैनात कर्मचारियों की जेब में आवंटी की रकम जा रही है। 20-20 साल से एक भी किस्त जमा किए बिना आवंटन बरकरार है तो ज्यादातर आवंटी 1000-500 जमा कर रहे हैं। एमडीए वीसी साहब सिंह के निरीक्षण ने निकलकर आया कि एमडीए के कर्मचारी ही विभाग की नींव को दीमक की तरह चाट रहे हैं।

नहीं हो रही वसूली

आवंटियों से वसूली के नाम पर खानापूर्ति एमडीए वीसी को संपत्ति विभाग में निरीक्षण के दौरान मिली। अलमारियों में धूल फांक रही आवंटियों की फाइल में किश्तों को अदा न करने पर नोटिस तो जारी किए गए किंतु उन्हें तामील नहीं किया गया। वीसी ने संबंधित पटल के प्रभारी आदेश दिए कि ऐसे आवंटियों के खिलाफ नोटिस और आरसी जारी करें। फिर भी वसूली न हो तो आवंटन को निरस्त किया जाए। निरीक्षण में लापरवाही पर एमडीए वीसी ने करीब 30 कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए रिकार्ड दुरुस्त करने और नियमित नोटिस जारी करने के आदेश दिए।

हजारों फाइलें फांक रही धूल

निरीक्षण में वेदव्यासपुरी आवासीय योजना के करीब 2000 ऐसे भूखंड़ों की फाइलें मिली जिनमें किश्त जमा न करने पर नोटिस तो जारी किया गया किंतु फालोअप नहीं किया गया।

लोहियानगर आवासीय योजना में दुर्बल आय वर्ग के भवनों में कई आवंटियों द्वारा खाते में एक हजार या दो हजार रुपये जमा किए गए हैं जबकि आवंटी कब्जा लेकर रह रहा है। ऐसे सभी प्रकरणों में वीसी ने एक सप्ताह में बाकी धनराशि जमा कराने की हिदायत देते हुए कहा कि यदि धनराशि जमा न हो तो आवंटन निरस्त कर दिया जाए।

पल्लवपुरम योजना में ईडब्ल्यूएस के भवनों को नोटिस देने की कार्यवाही की सूची पटल कर्मचारी ओमप्रकाश चौबे नहीं दिखा पाए। एक अन्य कर्मचारी भरतराम के पास भी भेजे गए आरसी और नोटिस की जानकारी नहीं मिली।

अफसर करें मॉनीटरिंग

वीसी ने संपत्ति विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए कि वे पटल प्रभारी और कर्मचारियों को फाइल के लिए अपने कार्यालय में तलब न करें बल्कि स्वयं उनकी मेज पर जाकर यथास्थिति को देंखे। अपने सामने अलमारी को खुलवाएं। सप्ताह में कम से कम दो बार अफसर आवंटियों की फाइलों को पटल पर जाकर रैंडमली चेक करें, नोटिस और आरसी की स्थिति को अफसर स्वयं खंगाले।

निरीक्षण में अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही उजागर हुई है। सभी को निर्देश दिए गए हैं कि वे आवंटियों के साथ रियायत बरतकर प्राधिकरण का नुकसान न करें। निर्देशों का अनुपालन न हुआ तो कार्यवाही होगी।

साहब सिंह, उपाध्यक्ष, एमडीए

30.91 करोड़ के नोटिस जारी

बकाएदारों के खिलाफ कार्यवाही के क्रम में सोमवार को एमडीए ने करीब 30.91 करोड़ रुपये के वसूली नोटिस 3 बड़े बकाएदारों को जारी किए हैं।

वेदव्यासपुरी स्कीम में 4 बकाएदार हैं जबकि 1 बड़ा बकाएदार गंगानगर स्कीम में है।

आवंटियों से वसूली की अंतिम तिथि 28 फरवरी है।

वेदव्यासपुरी स्कीम में मैसर्स डिलाइट होम प्राइवेट लिमिटेड पर प्राधिकरण का 22.26 करोड़ रुपये बकाया है।

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड पर 3 अलग-अलग स्कीमों में 1.93 करोड़, 3.63 करोड़ और 18.14 लाख रुपये बकाया है।

गंगानगर योजना में देवेंद्र कुमार चेरिटेबल ट्रस्ट पर प्राधिकरण का 2.90 करोड़ रुपये का बकाया है।