ऊर्जा भवन पर पुलिस और पीएसी की निगरानी में शांतिपूर्वक हुआ प्रदर्शन

बिजली के काउंटर दिनभर रहे बंद, आपात टीम रही मुस्तैद

Meerut। मेरठ। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण के विरोध में सोमवार को पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार बिजली अफसरों, कर्मचारियों का विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर कार्य बहिष्कार रहा। वहीं दिनभर ऊर्जा भवन पर पुलिस और पीएसी की निगरानी में समिति के 700 से अधिक सदस्य सुबह 10 से शाम 5 बजे तक ऊर्जा भवन एकजुट रहे और अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी और मुख्यालय स्तर पर समिति के पदाधिकारियों की दिनभर ऊर्जा मंत्री के साथ वार्ता भी देर शाम विफल हो गई। ऊर्जा मंत्री ने समिति की मांगों को मानते हुए चेयरमैन को आदेश दे दिया लेकिन इसके बाद भी देर रात तक चेयरमैन ने ऊर्जा मंत्री के आदेश के बावजूद भी साइन नही किए जिस कारण से वार्ता विफल होने के बाद मंगलवार को भी अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा कर दी गई।

परेशान करना उद्देश्य नहीं

निजीकरण के विरोध में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के कर्मचारी सुबह से ही अपनी मांगों को लेकर ऊर्जा भवन में एकत्र हो गए और कार्य बहिष्कार कर प्रदर्शन किया। इस दौरान बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने कहा कि समिति का उद्देश्य जनता को परेशान करना नहीं है बल्कि उनकी पूरी कोशिश है कि किसी भी जगह लोगों को परेशानी का सामना न करना पडे। यदि प्रदेश में कहीं भी बिजली कर्मचारी का उत्पीड़न होगा तो कर्मचारी जेल भरो आंदोलन तक करेंगे।

बिजलीघरों पर इमरजेंसी टीम

इस दौरान शहर में बिजलीघरों पर भूतपूर्व सैनिक और संविदाकर्मी ड्यूटी पर अलर्ट रहे। हालांकि बहिष्कार के दौरान बिजलीघरों पर काम करने वाले कर्मचारियों को शामिल नहीं किया गया। जिससे अस्पताल, पेयजल व अन्य आवश्यक सेवाओं में विद्युत आपूíत बाधित न हो। वहीं सरकारी लाइनमैनों के हड़ताल पर जाने पर संविदा पर तैनात लाइनमैनों को बिजलीघरों पर तैनात किया गया था। इसके अलावा होमगार्ड व सिविल डिफेंस को विद्युत सब स्टेशनों, विद्युत कार्यालयों व महत्वपूर्ण ट्रांसफार्मरों की सुरक्षा में तैनात रखा गया। खुद एसडीएम, एसीएम तथा बीडीओ ने फोर्स के साथ मौके पर जाकर विद्युत आपूíत की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

बंद रहे बिलिंग काउंटर

कार्य बहिष्कार के दौरान शहर के सभी बिजलीघरों के बिलिंग काउंटर पूरी तरह से बंद रहे। ऐसे में सोमवार को बिल जमा नहीं हो सके। केवल बिजलीघरों पर इमरजेंसी टीम अलर्ट मोड पर रही। इस दौरान ऊर्जा भवन पर प्रदर्शन में चीफ इंजीनियर बीएस यादव, अधीक्षण अभियंता एके आत्रो, अशोक कुमार, विराग बंसल, मुकेश कुमार, रोहित कुमार, आरए कुशवाहा, दिलमणि थपलियाल और एके सिंह आदि मौजूद रहे।