रोजाना जाम की समस्या से जूझते हैं शहरवासी, कई घंटे होते हैं बर्बाद

बेगमपुल, भैंसाली बस अड्डा, बच्चा पार्क, हापुड़ अड्डा, खैरनगर आदि इलाकों में जाम बड़ी समस्या

Meerut । शहर में जाम की समस्या बढ़ती जा रही है। पूरे शहर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। शहर के हर इलाके में जाम की मुसीबत है। बेगमपुल, भैंसाली बस अड्डा, बच्चा पार्क, हापुड़ अड्डा, खैरनगर समेत कई एरिया ऐसे है जहां पर कई घंटे जाम से जूझना पड़ता है।

हर रोज जाम से सामना

शहर में हर समय लोग जाम से जूझते हैं। कई घंटे का समय जाम में बर्बाद होता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने लोगों से उनकी राय जानी तो उन्होंने कहा कि शहर में सबसे बड़ी जाम की समस्या अतिक्रमण से है। अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई होगी, तभी जाम की समस्या हल होगी। इसके साथ ही मल्टी लेवल पार्किंग होगी तब ही जाम से निपटा जा सकता है। वहीं व्यापारियों ने भी अपील अलग राय दी है।

अतिक्रमण है मुख्य वजह

शहर में अतिक्रमण की वजह से लंबे जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है। दुकानदार सड़क पर अपना सामान फैला कर रख देते है, जिसकी वजह से लंबे जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है। सबसे ज्यादा दिक्कत अतिक्रमण की बेगमपुल, लालकुर्ती पैंठ, भैंसाली बस स्टैंड पर है। भैंसाली बस स्टैंड पर तो सड़क पर सवारी भरनी बस चालक शुरू कर देते है, जिसकी वजह से लंबे जाम से लोगों को जूझना पड़ता है। अतिक्रमण करने वालों पर यदि पुलिस की कार्रवाई का चाबुक चलेगा तो जाम की समस्या हल हो सकेगी।

खैरनगर में दिक्कत

गौरतलब है कि खैरनगर में हर रोज लंबे जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है। यहां पर सुबह 11 बजे से जाम लगना शुरू हो जाता है जो शाम को सात बजे तक चलता है। शहर के प्रमुख चौराहे और रोड पर तो पुलिस जाम खुलवाने में लगी रहती है लेकिन बाजारों तक पुलिस की पहुंच नहीं है। खैरनगर बाजार में न तो थाने की पुलिस जाम खुालवाने आती है न ही ट्रैफिक पुलिस जाम को कंट्रोल कर पाती है। इसके चलते यहां के व्यापारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। व्यापारियों ने एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव को भी लिखकर शिकायत की लेकिन समस्या का कोई हल नहीं हुआ है।

यह है जाम के प्वाइंट

- बेगमपुल

- हापुड़ अड्डा

- लिसाड़ी गेट चौपला

- भूमिया पुल

- खैरनगर

- भैंसाली रोडवेज बस अड्डा

- परतापुर तिराहा

- लालकुर्ती पैंठ

- ईदगाह चौराहा

इन्होंने कहा

शहर में जाम की स्थिति को कंट्रोल करने के लिए सभी प्वाइंटों पर ट्रैफिक पुलिस तैनात की जाती है। जब सड़कों पर ट्रैफिक ज्यादा होता है तो जाम की स्थिति बन जाती है, हालांकि ट्रैफिक पुलिस आसानी से खुलवा लेती है।

जितेंद्र श्रीवास्तव

एसपी ट्रैफिक

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क्या बोले व्यापारी

जाम के लिए पुलिस जिम्मेदार है। ट्रैफिक पुलिस और थाने की पुलिस जाम के लिए व्यवस्था बनाने में पूरी तरह नाकाम है। शहर में पार्किंग की व्यवस्था की आवश्यकता है। यहां पर पार्किंग नहीं होने से यातायात व्यवस्था बिगड़ती जा रही है।

पुनीत शर्मा, व्यापारी

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शहर में भीषण जाम के लिए जिम्मेदार ट्रैफिक पुलिस है। ट्रैफिक पुलिस को चाहिए कि वह बाजारों में व्यवस्थाएं बनाए। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित नगर निगम और कैंट बोर्ड के माध्यम से कराए तो जाम से निपटने में आसानी होगी।

लक्की सेठी, व्यापारी

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खैरनगर बाजार में न तो थाने की पुलिस जाम खुालवाने आती है न ही ट्रैफिक पुलिस जाम को कंट्रोल कर पाती है। ट्रैफिक पुलिस से भी लिखित में शिकायत की जा चुकी है। यहां पर सुबह दस बजे से लेकर शाम को सात बजे तक चार पहिया वाहन बंद हो जाए तो जाम की समस्या से निपटा जा सकता है।

रजनीश कौशल, व्यापारी

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क्या बोले लोग

शहर में जाम की सबसे बड़ी वजह अतिक्रमण है। पुलिस को अतिक्रमण हटवाना चाहिए। ट्रैफिक पुलिस जितना चालान करने पर फोकस रखती है उससे ज्यादा फोकस जाम खुलवाने पर हो, तो समस्या आसान हो जाएगी।

निखिल चांदना, न्यू मार्केट बेगम ब्रिज

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जाम की सबसे बड़ी वजह यातायात नियमों का पालन नहीं करना है। लोगों को यातायात के नियमों का पालन करना होगा तब ही जाम की समस्या हल हो सकती है। रांग साइड वाहन चलाने से भी जाम लगता है, ऐसा नहीं करना चाहिए।

आशीष, कंकरखेड़ा

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अतिक्रमण सबसे बड़ी जाम की समस्या है। शहर में जब तक मल्टी लेवल पार्किंग नहीं बनती तब तक जाम की समस्या हल नहीं हो सकती है।

तिलक, लालकुर्ती