मां-बेटी मेरठ जिले के देहात से लेकर शहर समेत बुलंदशहर, हापुड़ और दिल्ली-एनसीआर में पांच लाख के नकली नोट खपा चुकी हैं

Meerut। सोमवार को गंगानगर पु्लिस ने नकली नोट छापने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया था। गैंग के मेंबर्स ने खुलाया किया था कि सुमन और उसकी बेटी माही लंबे समय से नकली नोटों को लोकल मार्केट के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में लंबे समय से खपा रही थी। मगर ये इस बात से बेखबर थी कि एक दिन इन्हें एक मामूली सी चूक ही जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा देगी।

गली-मोहल्ले की दुकान

गैंग सरगना प्रशांत के इशारे पर हर बार गैंग के मेंबर सिकंदर, रॉबिन और विनोद 2000, 500, 200 और 100 के नकली नोट तैयार कर सुमन और माही को दे देते थे। दोनों नोटों को गली-मोहल्लों की छोटी-छोटी परचून की दुकानों के साथ-साथ पैठ बाजार, रेहड़ी-पटरी वाले दुकानदारो को निशाना बनाती थी। पुलिस के मुताबिक महिला होने के चलते कभी कोई इन पर शक भी नहीं करता था।

सेकेंड स्लॉट खपाना था

पुलिस द्वारा दी गई जानकार के मुताबिक दोनों मां-बेटी मेरठ जिले के देहात से लेकर शहर समेत बुलंदशहर, हापुड़ और दिल्ली-एनसीआर में पांच लाख के नकली नोटों को खपा चुकी हैं। इतना ही नहीं, गैंग के पास से भी पांच लाख 42 हजार 400 रूपये की नकली करेंसी बरामद हुई है। सूत्रों की मानें तो नकली करेंसी का ये सेकेंड स्लॉट था, जिसे तैयार कर लिया गया था लेकिन खपाने की तैयारी भी गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

ऐसे खुला खेल

नकली नोटों के खेल का खुलासा तब हुआ जब राशन खरीदने के लिए सुमन गंगानगर बी-ब्लॉक के पास की एक दुकान पर पहुंची। यहां से राशन खरीदने के बाद सुमन ने दुकानदार को पेमेंट 500 और 200 रुपये के नोटों के रूप में किया। दुकानदार को नोटों के नकली होने का शक हुआ तो उसने पुलिस को सूचना दी। उसने पुलिस को बताया कि जो नोट महिला ने उसे दिए हैं, उन्हीं सीरियल नंबर का नोट तीन दिन पहले उसकी बेटी भी दुकान पर लेकर पहुंची थी। जिसके बाद मौके से महिला को गिरफ्तार कर पूछताछ में गैंग का भंडाफोड़ किया।

एनएसए के तहत कार्रवाई

एसपी देहात ने साफ कर दिया है कि नकली करेंसी छापने वाले गैंग का पर्दाफाश कर दिया गया है। यह देश के खिलाफ बड़ा षडयंत्र है। ऐसे में इनके खिलाफ एनएसए की कार्रवाई भी की जाएगी। इसके लिए रिपोर्ट तैयार करने के लिए गंगानगर पुलिस से कहा गया है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। एनएसए की रिपोर्ट एसएसपी के माध्यम से डीएम को भेजी जाएगी।

नाबालिग को छोड़ा गया

गंगानगर पुलिस ने इस मामले में एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया था, जिसमें से चार को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है जबकि आठ लोग ऐसे हैं, जो नाबालिग हैं और उनका रोल गैंग में साफ न हो पाने पर पुलिस ने उन्हें परिजनों की सुपुर्दगी में दिया है।

पहले भी पकड़े गए नकली नोट

2 नवंबर 2020

टीपीनगर पुलिस ने नकली करेंसी के साथ एक आरोपी गिरफ्तार किया था। इसके कब्जे से एक लाख 91 हजार रूपये की नकली करेंसी बरामद की गई थी। यह गैंग नोएडा में नकली करेंसी छापकर मेरठ में खपाया करता था।

1 नवंबर 2020

पल्लवपुरम पुलिस ने एक लाख 97 हजार रूपये के नकली नोट बरामद किए थे। एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया था। यह नोएडा में फ्लैट पर नकली करेंसी छाप रहा था।