किसानों के आंदोलन का पड़ा असर, हुआ लाखों का नुकसान

चार लेन पर कब्जा कर दिया धरना, सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

Meerut। कृषि कानूनों के विरोध में हाईवे-58 स्थित सिवाया टोल प्लाजा पर शनिवार को किसानों और आसपास के ग्रामीणों ने धरना देकर टोल फ्री करा दिया। तीन घंटे तक टोल फ्री रहने से वेस्टर्न यूपी टोलवे कंपनी को लाखों रुपये का नुकसान हुआ। दोपहर दो बजे किसान संगठन के नेताओं ने एसडीएम सरधना को मांगों का ज्ञापन और प्रधानमंत्री के नाम पत्र दिया।

चार लेन कब्जाईं

शनिवार सुबह 11 बजे सिवाया टोल प्लाजा पर मुजफ्फरनगर से मेरठ की ओर आने वाली लेन एक, दो, तीन और चार पर भारतीय किसान यूनियन-टिकैत, भारतीय किसान आंदोलन, भारतीय किसान यूनियन-भानु और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। किसानों ने टोल प्लाजा के कैश बूथ के कैशियर, टोल कर्मचारी, गार्डो को वहां से भगा दिया। टोल के बूम तोड़ दिए अथवा उन्हें हटाकर एक ओर बांध दिया।

तीन घंटे चली नारेबाजी

किसानों ने तीन घंटे तक केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी और आलोचना की। कृषि कानून वापस नहीं होने तक दिल्ली में आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी गई। इस बीच, एसडीएम सरधना और सीओ दौराला ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया, मगर वे नहीं माने। तीन घंटे बाद दोपहर दो बजे किसानों ने ज्ञापन एसडीएम सरधना अमित कुमार और सीओ दौराला संजीव कुमार दीक्षित को देकर धरना समाप्त किया।

लाखों का नुकसान

टोल मैनेजर प्रदीप चौधरी का कहना है कि तीन घंटे तक चले टोल फ्री से लाखों के राजस्व का नुकसान हुआ है। इस दौरान इलम सिंह, संजय दौरालिया, र¨वद्र दौरालिया, हरवीर सिंह, सत्यवीर सिंह, ¨मटू, सुरेंद्र, देशपाल आदि मौजूद थे।

समर्थन में दिल्ली पहुंचे वकील

कृषि कानून के विरोध में दिल्ली में चल रहे भारतीय किसान आंदोलन के समर्थन में मेरठ के वकीलों का संगठन ऑल इंडिया लायर्स यूनियन शनिवार को यूपी गेट पहुंचा। इकाई अध्यक्ष अब्दुल जब्बार खान के नेतृत्व में ब्रजवीर मलिक, उर्वशी चौधरी व रंजना चौधरी आदि ने धरनास्थल पर किसानों को संबोधित करते हुए हर तरह से साथ देने का वादा किया। यूनियन ने कहा कि यदि किसानों को विधिक राय की आवश्यकता पड़ती है तो उनकी यूनियन निश्शुल्क उनका सहयोग करेगी।