दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के मेरठ से डासना तक के हिस्से को पूरा करने का चल रहा कार्य

31 दिसंबर तक पूरा करने के लिए अब महज 39 दिन बचे

Meerut। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के मेरठ से डासना तक के हिस्से को 31 दिसंबर तक पूरा करने के लिए अब महज 39 दिन बचे हैं, इसलिए दबाव बढ़ने से काम में भी तेजी लाई जा रही है। रविवार से कुशलिया में डिवाइडर पर पेंट करने का कार्य शुरू कर दिया गया। वहीं जहां पर डामर की अंतिम परत डाल दी गई है वहां पर सफेद पट्टी का काम शुरू कर दिया गया। मेरठ से डासना तक के लिए टोल प्लाजा मेरठ के काशी गांव में बन रहा है। रविवार से ही यहां पर मशीनें लगाने का काम शुरू हो गया। बैरियर आदि प्लाजा पर पहुंचा दिए गए हैं। वहीं डामर कार्य, क्रैश बैरियर, मिट्टी भराव आदि का काम पूरे एक्सप्रेस-वे पर जारी है।

एक्सप्रेस-वे पर काम की स्थिति

कुल लंबाई : 32 किमी

डामर की दूसरी परत डाली गई : 29.50 किमी

दूसरी परत का लक्ष्य : 20 दिसंबर

डामर की अंतिम डाली गई : 10 किमी

अंतिम परत डालने का लक्ष्य : 25 दिसंबर

सीसीटीवी के खंबे लगने हैं : 48

सीसीटीवी खंबे लगाए गए : 14

कुल स्ट्रक्चर : 89

स्ट्रक्चर अधूरे : दो (एक एलिवेटेड रोड व कुशलिया में ओवरब्रिज)

स्ट्रक्चरों को जोड़ने की स्थिति : 27 किमी तक सभी स्ट्रक्चर जोड़कर डामर कार्य पूरा

क्रैश बैरियर : 60 फीसद काम

डिवाइडर में पौधारोपण : 80 फीसद

स्ट्रीट लाइट के फाउंडेशन : 70 फीसद

15 दिसंबर तक खड़ी हो जाएंगी आरई वाल

परतापुर से लेकर डासना तक जहां-जहां स्ट्रक्चर या रैंप बनाने के लिए आरई वाल खड़ी की जानी है उसे 15 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि आरईवाल का काम परतापुर तिराहे के इंटरचेंज, कुशलिया में ओवरब्रिज, कुशलिया के पास ही ईस्टर्न पेरीफेरल एक्स्प्रेस-वे से जोड़ने वाले स्ट्रक्चरों के पास आरईवाल व डासना एलिवेटेड स्ट्रक्चर को रोड से जोड़ने के लिए मिट्टी भराव होगा। उसके लिए आरई वाल बनाई जाती है। बाकी 27 किमी हिस्से में आरई वाल का कार्य पूरा हो चुका है।