- योगेश भदौड़ा की वाइफ सुमन ने अपने बेटे को भेजा निवार्चन सर्टिफिकेट लेने

- आरओ ने बेटे को लौटाया वापस, कहा प्रत्याशी को आना होगा प्रत्यक्ष

- नॉमिनेशन फॉर्म भरने भी नहीं आई थी सुमन

Meerut : नॉमिनेशन की तरह जीत के बाद मिलने वाले प्रमाण पत्र को भी सुमन भदौड़ा लेने के लिए कलक्ट्रेट नहीं पहुंची। इस बार उन्होंने अपने बेटे को सर्टिफिकेट लेने के लिए भेजा। जिसे रिटर्निग ऑफिसर ने वापस लौटा दिया। अब साफ हो गया है कि सर्टिफिकेट लेने के लिए सुमन भदौड़ा को खुद ही आना होगा। पिछली बार उन्होंने अपने शहर में न होने का बहाना बना दिया था।

बेटे को भेजा था सर्टिफिकेट लेने

सुमन भदौड़ा गैंग्सटर योगेश भदौड़ा की वाइफ हैं। सुमन ने वार्ड-16 से जीत गई हैं। जीत के बाद मिलने वाले प्रमाण पत्र को लेने के लिए उन्हें आना था। कलक्ट्रेट पर मीडिया से लेकर कई प्रशासनिक अधिकारियों का उनके आने का इंतजार था, लेकिन उनकी जगह उन्होंने अपने पुत्र भेज दिया। जिस पर रिटर्निग ऑफिसर ने यह कर उन्हें वापस लौटा दिया कि जीते हुए कैंडीडेट को ही सर्टिफिकेट दिया जाएगा।

नॉमिनेशन करने भी नहीं आई

सुमन भदौड़ा इससे पहले नॉमिनेशन करने तक नहीं आई थी। उनकी जगह उनके प्रस्तावक ने ही नॉमिनेशन जमा किया था। प्रस्तावक ने तब ये कहा था कि वह अपने पति से मिलने के लिए गई हैं। उस वक्त अधिकारियों ने इस नॉमिनेशन को वैध मान लिया था। गौरतलब है कि सुमन पर भी पुलिस रिकॉर्ड में कई तरह के मामले दर्ज हैं। उनके चुनाव लड़ने पर भी आपत्ति दर्ज कराई गई थी। विरोधियों का कहना है कि वह लोगों और पुलिस के सामने जानबूझकर नहीं आना चाहती हैं।