कांवड़ सड़क मार्ग में दाई पटरी निर्माण पर एक कदम और आगे बढ़ा

मेरठ, गाजियाबाद व मुजफ्फरनगर जिले में 112722 पेड़ व पौधे

Meerut। गंगनहर कांवड़ पटरी मार्ग के नव-निर्माण में सरकार ने एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। शासन के वन विभाग ने पेड़ों के ट्रांसप्लांट को लेकर तैयार की गई रिपोर्ट को भारत सरकार पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को भेज दिया है। भारत सरकार पेड़ों के ट्रांसप्लां¨टग की समीक्षा करते हुए आगे के लिए कार्रवाई करेगी। भारत सरकार से हरी झंड़ी मिलते ही गंगनहर पटरी पर तेजी से निर्माण कार्य शुरू होगा।

तीनों जिलों में अधिग्रहण

उप्र शासन के सचिव आशीष तिवारी ने उप वन महानिरीक्षक, भारत सरकार पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय केंद्र को रिपोर्ट भेजी है। जिसमें उन्होंने गंगनहर पटरी के दांयी ओर नव-निर्माण में उपयोग होने वाली वन विभाग की भूमि व पेड़ों की संख्या के बारे में जानकारी दी है। शासन की ओर से पत्र में लिखा गया है कि मुजफ्फरनगर, मेरठ और गाजियाबाद तीनों जनपदों में कुल www.98 हेक्टेयर भूमि वन विभाग की है। जिस पर गंगनहर पटरी का नव-निर्माण होगा।

ट्रांसप्लांट की योजना

इस क्षेत्रफल में आने वाले पेड़ों व पौधों की संख्या 112722 है। जिस पर केंद्र सरकार के स्तर पर समीक्षा की जाएगी। पेड़ों को मीरजापुर व सहारनपुर के शिवालिक के जंगलों में ट्रांसप्लांट किए जाने की योजना है। शासन ने कांवड़ पटरी मार्ग के नव निर्माण को 628.74 करोड़ की स्वीकृति प्रदान करते हुए 100 करोड़ की धनराशि जारी की थी। गंगनहर पटरी के लिए प्री-कंस्ट्रक्शन एक्टीविटी शुरू हो चुकी हैं। जिसमें लोक निर्माण विभाग ने टेंडर भी जारी कर दिया है। सेतु निगम ने अपने पुलों का निर्माण शुरू कर दिया है तो वहीं, ¨सचाई विभाग भी टेंडर जारी कर चुका है।