मेरठ (ब्यूरो)। सालभर पहले कंकरखेड़ा में हुए करीब 1500 करोड़ रुपए जमीन घोटाले की जांच की मांग के लिए बुधवार को मेरठ पहुंचे पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने प्रशासनिक अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए हड़कंप मचा दिया।

नहीं खुला सर्किट हाउस
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर का पहले से ही सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता का कार्यक्रम निर्धारित था। लेकिन अचानक प्रेस वार्ता से पहले ही सर्किट हाउस का हॉल बंद कर दिया गया। प्रशासन ने धारा-144 लगी होने का हवाला देकर प्रेस वार्ता के लिए हॉल देने से मना कर दिया। इससे गुस्साए पूर्व आईपीएस ने सर्किट हाउस के बाहर सीढिय़ों पर बैठकर प्रेस वार्ता की। साथ ही पूर्व आईपीएस ने आरोप लगाया उनको जान-बूझकर हॉल में जगह नहीं दी गई।

प्रशासन पर लगाए आरोप
पूर्व आईपीएस ने स्थानीय प्रशासन को कटघरे में खड़ा करते हुए कंकरखेड़ा में सरकारी जमीन फर्जी तरीके से बचने के गंभीर आरोप लगाए। आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि कंकरखेड़ा में 1500 बीघा सरकारी जमीन को एक साल पहले फर्जी कागजात बनाकर बेचा गया था। इस जमीन की बिक्री के मामले में करीब 1500 करोड़ का घोटाला हुआ है और इसमें प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत है।

सीसीटीएनएस में हुई छेड़छाड़
अमिताभ ठाकुर ने सीसीटीएनएस में छेड़छाड़ का आरोप भी प्रशासन पर लगाया। उन्होंने बताया कि इस मामले में एफआईआर के समय में भी बदलाव किया गया है। मामले से जुड़े रहे एलआईयू कर्मचारी देवेंद्र सिंह को भी अमिताभ ठाकुर ने जान का खतरा बताते हुए उनको सुरक्षा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि पूर्व में एलआईयू से जुड़े देवेंद्र को उनकी जांच को दबाने के लिए जान से मारने की धमकी दी जा रही है।