- सदर लूटकांड में मोबाइल और कार तक नहीं तलाश पाई पुलिस

-मोबाइल की लोकेशन सदर बाजार, मिला कसेरूखेड़ा में

-पेट्रोल पंप मालिक से लूट में भी पुलिस के हाथ खाली

आई फालोअप

Meerut : मेरठ पुलिस की लापरवाही पर अपराधियों के कारनामें भारी पड़ रहे हैं। ट्रिपल मर्डर के बाद लोगों का ध्यान एक दिन में पांच लूट से बेशक हट गया हो किंतु पीडि़त आज भी खौफजदा हैं। खुलासे के नाम पर पुलिस गलतबयानी कर रही है तो वहीं सर्तकता का हवाला देकर गुमराह। सदर सर्राफा लूटकांड में पुलिस मोबाइल की लोकेशन को सदर मार्केट में बता रही थी जबकि मोबाइल कसेरूखेड़ा में मिला है। पेट्रोल पंप मालिक से लूट के प्रकरण में पुलिस के हाथ खाली हैं।

कसेरूखेड़ा में मिला मोबाइल

16 जून को सदर सर्राफा बाजार में हुए दिनदहाड़े सनसनीखेज लूटकांड में रविवार को चौथे दिन तक पुलिस चार कदम भी नहीं चली है। आश्चर्यजनक तो यह है कि दो दिन में खुलासे का दावा कर रही पुलिस पीडि़त को गुमराह कर रही है। ज्वैलर्स के शोरूम में डाके के बाद पुलिस ज्वैलर्स अंकुर जैन का फोन भी ले गई थी। पुलिस कहती रही कि फोन को सर्विलांस पर लगा दिया है। उसकी लोकेशन सदर में ही मिल रही है जबकि फोन कसेरूखेड़ा में मिला है।

गुमराह कर रही पुलिस

पीडि़त अंकुर ने बताया कि शनिवार को उनके पास कसेरूखेड़ा से सुंदर नाम के युवक का कॉल बैक आया। सुंदर ने बताया कि ये मोबाइल उसे मिला है, लगातार कॉल के बाद उसने कॉल बैक किया। पुलिस ने सुंदर से मोबाइल जब्त कर लिया किंतु अभी तक पीडि़त को नहीं सौंपा है। बड़े दावे कर रही पुलिस रविवार तक बदमाशों की कार को नहीं खंगाल सकी है। पीडि़त परिवार डरा-सहमा है तो वहीं ज्वैलर्स में आक्रोश है।

लूटकांड भी ठंडे बस्ते में

ताबड़तोड़ लूट की वारदातों सर्वाधिक सनसनीखेज घटना को भी मेरठ पुलिस ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है। पेट्रोल पंप के मालिक के भतीजे से गनप्वाइंट पर दिल्ली रोड स्थित नवीन सब्जी मंडी से 8.51 लाख रुपये लूट लिए थे और विरोध करने पर बाइक चला रहे नौकर को गोली मार दी थी। पेट्रोल पंप कारोबारियों ने शहरबंद का आंदोलन दिया तो डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने जल्द खुलासे की बात कहकर जैसे-तैसे मामले को शांत किया। अब पुलिस टीमें अंधेरे में तीर छोड़ रही हैं। मैदा कारोबारी से हुई लूट के प्रकरण में भी रेलवे रोड पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा है।

लूट को पुलिस मान रहीं विवाद

रेलवे रोड थानाक्षेत्र में डीपी गुप्ता और उनकी पत्‍‌नी डॉ। अरूणा गुप्ता को बंधक बनाकर लाखों के लूट के मामले में भी पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं आ पाई है। अभी तक पुलिस की जांच में यह सिद्ध नहीं हो पा रहा है कि लूट की घटना हुई भी की नहीं। पुलिस इसे उनका किराएदार के साथ हुए विवाद से जोड़कर देख रही है। किराएदार द्वारा मकान खाली न करने को लेकर डॉ। दंपत्ति के साथ काफी समय से विवाद चल रहा है। वहीं किराएदार विनोद भी आपराधिक प्रवृति का है। पुलिस ने विनोद को हिरासत में रखा है। इंस्पेक्टर जनक सिंह पुंडीर ने बताया कि मामला विवाद से जुड़ा लग रहा है। जांच जारी है।

थानेदारों के अजब-गजब जबाव

हर मोर्च पर फेल मेरठ पुलिस के लिए एसएसपी जे रविंद्र गौड़ की कार्यवाही भी फेल साबित हुई है। टीपी नगर थाने में रद्दोबदल के बाद पहुंची नई टीम के कप्तान सीओ हंसराज भदौरिया ने टीपी नगर लूटकांड पर हाथ खड़े करते हुए कहा उन्हें जानकारी नहीं है। एसओ सदर गजेंद्र सिंह ने भी सर्राफ लूटकांड प्रकरण में कहा कि 'जांच कोई अन्य कर रहा है, मुझे जानकारी नहीं है.'

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सभी घटनाओं में पुलिस की स्पेशल टीमें जांच के लिए लगाई गई है। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। मोबाइल ट्रैस करने में क्या गड़बड़ी हुई इसकी पड़ताल की जा रही है।

-जे। रविंद्र गौड़, एसएसपी, मेरठ