फेसबुक मैसेंजर पर प्यार के जाल में फंसाकर मंगवाते थे न्यूड फोटो और वीडियो

आकर्षक फेसबुक प्रोफाइल के जरिए लड़की बनकर लोगों से करते थे दोस्ती

प्यार के जाल में फंसा मंगा लेते थे न्यूड फोटो और वीडियो

दो अभी भी फरार, राजस्थान के अलवर से ऑपरेट करता था पूरा गैंग

Meerut। फेसबुक मैसेंजर और व्हाट्सएप के जरिए लड़की बनकर चैटिंग करके अश्लील वीडियो और फोटो मंगाकर ब्लैकमेल करने वाले गैंग का पर्दाफाश हुआ है। सर्विलांस टीम ने सिविल लाइन पुलिस के साथ मिलकर इस गिरोह के तीन सदस्यों को भैंसाली बस अड्डे के पास से गिरफ्तार कर लिया। जबकि दो आरोपी फरार है। इस गैंग के सदस्य राजस्थान के अलवर के हैं। इसके सदस्य अब तक लोगों से 80 लाख रूपये ब्लैकमेलिंग करके वसूल चुके हैं। आरोपी लड़की बनकर फेसबुक मैसेंजर से दोस्ती करके लोगों की नग्न वीडियो बनाता और फिर ब्लैकमेल कर लाखों रूपये ठगी करता था। एसएसपी मेरठ के पास आ रही लगातार शिकायतों के बाद साइबर सेल की टीम ने आरोपियों को धर-दबोचा।

ये है मामला

एसपी क्राइम राम अर्ज ने बताया कि राजस्थान के ग्राम रामगढ़ जिला अलवर का यह गिरोह ऐसे लोगों को जाल में फंसाता था जिनका सामाजिक रुतबा काफी अच्छा होता है और समाज में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। गैंग के मेंबर ऐसे सभी लोगों की एक लिस्ट बनाते थे। इसके बाद गैंग के मेंबर लड़कियों की फोटो वाली फेसबुक प्रोफाइल तैयार करते और फिर फेसबुक मैसेंजर के जरिए लिस्ट के मुताबिक एक-एक करके सभी से दोस्ती कर उनका विश्वास हासिल कर लेते थे।

मंगाते थे न्यूड फोटो और वीडियो

इसके बाद गैंग के मेंबर प्यार भरी बातों में लोगों को फंसाकर उनकी न्यूड फोटो और वीडियो मंगवाते थे। इसके बाद जिसकी न्यूड फोटो और वीडियो होती थी। उनके ही व्हाट्सऐप पर भेजकर उनसे रुपयों की डिमांड करते थे। रूपये देने में आनाकानी करने पर गैंग के मेंबर ये फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के साथ ही उनके अकाउंट्स पर शेयर करने को कहकर ब्लैकमेल करते थे। लास्ट में लोग बदनामी के डर से गैंग के मेंबर्स के अकाउंट्स में रूपये डलवा देते थे।

अपराध करने का तरीका

पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि फेसबुक, व्हाट्सएप, ओएलएक्स पर धोखाधडी व ब्लैकमेलिंग/हनी ट्रैप के जरिए भी वह पैसा कमा चुके हैं। गुजरात, मुंबई, महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा आदि राज्यों में निरंतर इस प्रकार की वारदात को घर बैठे ही अंजाम दिया करते थे।

तीन टीम करती थी काम

पहली टीम

आरोपियों ने बताया कि लोगों को फंसाने के लिए तीन टीम काम करती थी। पहली टीम का काम फेसबुक पर ऐसे व्यक्तियों को तलाश करना होता है जिनका सामाजिक रुतबा अच्छा होता है।

दूसरी टीम

ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार होने के बाद गैंग की दूसरी टीम लड़कियों के फोटो लगाकर हाई क्लास प्रोफाइल तैयार करती और लिस्ट के मुताबिक सभी लोगों को रिक्वेस्ट भेजती। रिक्वेस्ट एक्सेप्ट होने पर दूसरी टीम के मेंबर लड़की बन फेसबुक मैसेंजर से लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। दूसरी टीम में वह सदस्य भी शामिल होते थे, जो हनी ट्रेप के शिकार व्यक्ति से पैसा डलवाने के लिए फर्जी रूप से पे-टीएम व यूपीआई आईडी/बैंक अकाउंट उपलब्ध कराते थे।

तीसरी टीम

तीसरी टीम में इस गिरोह के वह सदस्य शामिल थे जो अपने आसपास के गांवों के लोगों के अकाउंट और पे-टीएम का समय-समय पर पैसा मांगाने के लिए इस्तेमाल करते थे। इसके बदले गैंग के मेंबर लोगों को कुछ रूपये भी कमीशन के रूप में देते थे।

यह हुए गिरफ्तार

1. हनीफ खान पुत्र मुंशी खान निवासी ग्राम हसनपुर थाना रामगढ़ अलवर, राजस्थान।

2. कल्लू खान पुत्र फजरू खान निवासी ग्राम चौकी, पिपरौली थाना रामगढ़ अलवर, राजस्थान।

3. मौसम पुत्र जोरमर निवासी ग्राम मिलखेड़ा थाना रामगढ़ अलवर, राजस्थान।

फरार आरोपियों के नाम

1. साहिल पुत्र शाहबदीन निवासी ग्राम पाटला ग्राम हसनपुर तहसील थाना रामगढ़ अलवर, राजस्थान।

2. रफीक खान पुत्र मुनीर खान निवासी ग्राम हसनपुर थाना रामगढ़ जिला अलवर, राजस्थान।