इंस्पेक्टर परतापुर और जांच अधिकारी आनंद प्रकाश मिश्रा ने सोमवार को सील कराई गजरौला स्थित प्रिंटिंग प्रेस, वीडियोग्राफी भी कराई

जांच अधिकारी ने बताया, गजरौला और मेरठ से मिली करीब 70 करोड़ कीमत की एनसीईआरटी की नकली किताबें

जीएसटी और एनसीईआरटी की विजिलेंस टीम ने भी गजरौला पहुंचकर की जांच-पड़ताल

Meerut। एनसीईआरटी की नकली किताबें बरामद होने के मामले में गजरौला की प्रिंटिंग प्रेस को भी सील कर दिया गया है। सोमवार को इंस्पेक्टर परतापुर और जांच अधिकारी आनंद प्रकाश मिश्रा ने वीडियो रिकार्डिग बनाते हुए प्रिंटिंग प्रेस को सील करने का प्रोसेस पूरा किया।

ये है मामला

गजरौला में प्रिंटिग प्रेस को सील करने के बाद इंस्पेक्टर परतापुर और जांच अधिकारी आनंद प्रकाश मिश्रा ने बताया कि अब तक मेरठ और गजरौला के गोदामों से बरामद हुई कुल किताबों की कीमत 70 करोड़ के आसपास है। इसमें मेरठ के गोदाम से बरामद करीब 35 करोड़ कीमत और गजरौला के गोदाम से बरामद करीब 35 करोड़ कीमत की किताबें शामिल हैं। जांच अधिकारी का कहना है कि अभी फाइनल काउंटिंग में किताबों की कीमत का आंकड़ा और बढ़ सकता है। वहीं मेरठ के साथ-साथ गजरौला में भी जीएसटी और एनसीईआरटी की विजिलेंस टीम ने पहुंचकर जांच-पड़ताल की।

कुर्की की कार्रवाई

चौतरफा जांच से संजीव गुप्ता और सचिन गुप्ता को पूरी तरह से घेरने की तैयारी है। वहीं सोमवार को भी पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने गजरौला, बुलंदशहर, बुढाना गेट और सुशांत सिटी में दबिश दी लेकिन मुख्य आरोपियों का सुराग नहीं लग सका है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट कर दिया है यदि आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती तो गैर जमांती वारंट जारी कराए जाएंगे। फिर भी आरोपी पकड़ में नहीं आते तो कुर्की की कार्रवाई कराई जाएगी।

एनएसए लगाने के लिए ली विधिक राय

अभी मामले में साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। कई सरकारी अधिवक्ताओं से भी बातचीत की जा रही है। एनएसए के लिए भी विधिक राय ली जा रही है।

बृजेश सिंह, सीओ एसटीएफ

गजरौला में प्रिंटिंग प्रेस भी सील कर दी गई है। अब आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगी हुई है। उनके घर और रिश्तेदारों के यहां भी दबिश दी जा चुकी है। यदि आरोपी पेश नहीं हुए तो भविष्य में 82 की कार्रवाई भी की जाएगी।

अजय साहनी, एसएसपी, मेरठ