मेरठ (ब्यूरो)। यहां वर्चुअल माध्यम से लोगों को न सिर्फ रैपिड रेल स्टेशन का रियल अहसास दिया जा रहा है बल्कि रैपिड के सफर का अनुभव भी मिल रही है। प्रगति मैदान के हाल नंबर 5 में स्थापित एनसीआरटीसी प्रदर्शनी में रैपिड रेल के सफर को विशेष रूप से दर्शाया जा रहा है। इस इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर का 15 नवंबर को उद्घाटन हुआ था और 27 नवंबर तक जनता के देखने के लिए उपलब्ध है। मेले में लोग इस नए युग के नए ट्रांजिट मोड और इसकी विभिन्न तकनीकि प्रगति और आरआरटीएस ट्रेन के विभिन्न सुविधाओं को देखने के लिए आ रहे हैं। एनसीआरटीसी का प्रदर्शनी स्टॉल यात्री केन्द्रित विषय के आसपास डिजाइन किया गया है, जो देश की पहली आरआरटीएस परियोजना का मूल सिद्धांत है।

मिल रहे उपहार
एनसीआरटीसी, प्रदर्शनी स्टाल पर नियमित अंतराल पर प्रश्नोत्तरी भी आयोजित कर रहा है जिसमें बड़ी संख्या में लोग भाग ले रहे हैं। वे आरआरटीएस परियोजना से संबन्धित सवालों के जवाब देने और उपहार जीतने के लिए उत्सुक हैं। उनमें से कुछ ने आरआरटीएस के बारे में अपने उत्साह को भी साझा किया और कहा कि वे इस क्षेत्र में इसके परिचालन के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

20 लोगों का चयन
लोग आरआरटीएस के फस्र्ट राइडर बनने के लिए लोग क्यूआर कोड स्कैन कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें फॉर्म भरना पड़ता है इनमें से एनसीआरटीसी 20 भाग्यशाली लोगों का चयन करेगा। जिन्हें तब पहला राइडर बनने का सौभाग्य मिलेगा जब प्रायोरिटी सेक्शन में आरआरटीएस का परिचालन आरंभ होगा।

रैपिड का अहसास
एक्सिबिशन बूथ का वर्चुअल रियलिटी (वीआर) जोन भी आकर्षण का केंद्र है। जिसके माध्यम से लोग वास्तविक आरआरटीएस स्टेशन पर होने का अनुभव करते हैं। स्टॉल पर लगे इंटरैक्टिव टच स्क्रीन न केवल आरआरटीएस ट्रेनों की विभिन्न विशेषताओं को प्रदर्शित कर रहे हैं बल्कि इस परियोजना का पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र पर पडऩे वाले सामाजिक और आर्थिक प्रभाव को भी प्रदर्शित कर रहे हैं।