प्रक्रिया के दौरान प्राधिकरण और यूपीएसआरटीसी के अधिकारी रहे मौजूद

सालों से लंबित चल रहा था जमीन को हैंडओवर करने का प्रकरण

Meerut। जेएनएनयूआरएम (जवाहर लाल नेहरू नेशनल अर्बन रिन्यूअल मिशन) की सिटी बसों का संचालन जल्द ही लोहियानगर से शुरू किया जाएगा। सोमवार को मेरठ विकास प्राधिकरण ने मेरठ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड को बस स्टैंड के लिए प्रस्तावित जमीन हैंडओवर कर दी है। इस प्रक्रिया के दौरान प्राधिकरण और सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के अधिकारी शामिल रहे। बस स्टैंड के मद में योजना की 20,240 वर्ग मीटर (5 एकड़) जमीन पर एमडीए ने कब्जा दिलाया।

5 एकड़ जमीन

मेरठ में सिटी बसों का संचालन सोहराब गेट बस अड्डे से किया जा रहा है। इससे गढ़ रोड समेत शहर के विभिन्न हिस्सों में दिनभर जाम लगा रहता है तो वहीं बस अड्डे पर पर्याप्त जमीन न होने के कारण सिटी बसों का संचालन प्रभावित हो रहा है। ऐसे में प्राधिकरण की लोहियानगर आवासीय योजना में मेरठ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (एमसीटीएनएल) को गत वर्षो में 5 एकड़ जमीन दी गई। शासन के निर्देश पर यह जमीन सिटी ट्रांसपोर्ट को यह जमीन एमडीए ने सौंपी थी। एमसीटीएनएल यहां बस स्टैंड का निर्माण सालों बाद तक शुरू नहीं कर सका तो वहीं गत दिनों एमडीए ने इस संपत्ति को वापस लेने के लिए भी प्रक्रिया शुरू कर दी थी।

सौंपी गई जमीन

इसी बीच शासन के निर्देश पर मेरठ में सिटी ट्रांसपोर्ट के लिए बस अड्डे की डंप पड़ी योजना को पुनर्जीवित किया गया। और उप्र स्टेट रोडवेज ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (यूपीएसआरटीसी) ने मेरठ के लिए सिटी बस स्टैंड को मंजूरी दे दी। जिसके बाद एक बार फिर शासन की पैरवी में एमडीए को चिह्नित भूमि एमसीटीएसएल को सौंपने के निर्देश दिए गए। निर्देशों के अनुपालन में प्राधिकरण उपाध्यक्ष राजेश कुमार पाण्डेय ने सोमवार को एक टीम भेजकर चिह्नित भूमि को सिटी ट्रांसपोर्ट को सौंपने के आदेश दिए। सहायक अभियंता विवेक शर्मा के नेतृत्व में प्राधिकरण की टीम ने सोमवार 10 बजे से लोहियानगर में चिह्नित भूभाग की नापजोख शुरू कर दी। सर्वेयर बलवीर सिंह, जेई अविनाश चंद्रा समेत प्राधिकरण के लेखपाल और मेठ नापजोख की प्रक्रिया में शामिल रहे। एमसीटीएनएल की ओर से एमडी विजय कुमार, एआरएम अनिल अग्रवाल टीम के सौा मौजूद थे।

फिलहाल

120-सिटी बसें

10-लो फ्लोर बसें

40-मिनी बसें

70-कमल बसें

20-एसी बसें

एमसीटीएनएल के बेड़ें में शामिल हैं, जबकि जल्द ही बड़ी संख्या में इलेक्ट्रिक बसें भी शहर की सड़कों पर फर्राटा भरती दिखाई देंगी।

एमसीटीएनएल को सिटी बस स्टैंड के लिए 20,240 वर्ग मीटर जमीन सौंप दी गई है। प्राधिकरण और सिटी ट्रांसपोर्ट की संयुक्त टीम ने लोहियानगर में नापजोख की। और औपचारिकताओं का पूरा किया।

प्रवीना अग्रवाल, सचिव, एमडीए

लीज पर दी जमीन

जानकारी के मुताबिक सिटी ट्रांसपोर्ट के लिए शासन के निर्देश पर प्राधिकरण ने यह भूमि 1 फरवरी 2012 को मेरठ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड को 10 रुपए के स्टांप पर 99 साल की लीज पर दिया था। क्योंकि जेनर्म के तहत यहां लोकल बस सर्विसेज के लिए एक बस अड्डा बनाना था सो प्राधिकरण ने 2.5 करोड़ रुपए भी एमसीटीएनएल को दिए थे। केंद्र सरकार की योजना का नोडल विभाग नगर विकास विभाग था। एमसीटीएनएल बस अड्डा न बनने की स्थिति में एक बार इस जमीन के 3 एकड़ हिस्से में परिवहन विभाग के सेटेलाइट बस अड्डे को बनाने का प्रस्ताव भी आया था। शासन द्वारा मेरठवासियों को सेफ और हेल्थी ट्रांसपोर्ट उपलब्ध कराने की दिशा में यह कदम उठाया गया है। आगामी दिनों में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन भी इसी बस स्टैंड से होगा।