दूसरे राज्यों में कोरोना के मरीज बढ़ने से मेरठ में अलर्ट

वीडियो कांफ्रेंसिंग में शासन ने दिए निर्देश

जांच के साथ फोकस सैंपलिंग पर रखना होगा जोर

Meerut। देश के कई राज्यों में एक बार फिर कोरोना वायरस के नए मामलों में बढोत्तरी होने लगी है। नए स्ट्रेन को लेकर भी लगातार अलर्ट जारी किया जा रहा है। इसे देखते हुए यूपी में भी शासन पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गया है। शनिवार को आयोजित हुई वीसी में स्वास्थ्य विभाग को इसे लेकर पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए, वहीं वायरस से बचाव और चिकित्सा को लेकर सभी इंतजाम दुरुस्त रखने के लिए भी कहा गया। डीएसओ डॉ। प्रशांत ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जारी की गई सभी गाइडलाइन और एसओपी का पालन पूरी मुस्तैदी से किया जा रहा है। सीएमओ डॉ। अखिलेश मोहन ने बताया कि विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड में हैं। हर तरह से सतर्कता बरती जा रही है। जांच और निगरानी पूरी चल रही है। हमारी तैयारियां पूरी हैं।

जांचे नहीं होंगी कम

शासन के निर्देशों के तहत जिले में कोरोना वायरस की जांचें कम नहीं होगी। डीएसओ ने बताया कि केस होने के बाद भी टेस्टिंग का आंकड़ा पहले के मुकाबले कम नहीं होगा। उन्होंने बताया कि अगर जिले में 15 दिन या महीने भर तक भी कोरोना के नए मामलों का आंकड़ा जीरो रहता है, तब कि स्वास्थ्य विभाग को तकरीबन 3 हजार टेस्ट रोजाना करने होंगे। इसके आरटीपीसीआर और एंटीजन दोनों तरह के टेस्ट शामिल होंगे।

फोकस सैंपलिंग पर रहेगा जोर

कोरोना वायरस संक्रमित छुपे हुए मरीजों को ढूंढने के लिए फोकस सैंपलिंग की जा रही है। डीएसओ ने बताया कि विभाग लगातार मलिन बस्तियों में, सभी रेस्टोरेंट्स, स्वीट शॉप्स, स्कूल-कॉलेजों के साथ ही रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आदि पर रैंडम सैंपलिंग कर रहा है। शासन के निर्देशों के तहत ही इसे हर 15 दिन में रिपीट किया जाएगा। इस दौरान अगर कोई संक्रमित मिलता है तो उसकी पूरी कांटेक्ट ट्रेसिंग की जाएगी।

सस्पेक्टड मरीजों की निगरानी

कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सस्पेक्टेड मरीजों की भी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। ऐसे मरीजों को होम आईसोलेशन में एडमिट कर उनकी जांच हो रही है। वहीं इनके संपर्क में आएं लोगों पर भी विभाग नजर रख रहा है।

लोगों को किया जाएगा जागरूक

डीएसओ ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव को लेकर लगातार लोगों को अवेयर किया जा रहा है। अब चूंकि स्कूल-कॉलेज खुल रहे हैं, ऐसे में बड़े स्तर पर बच्चों, टीचर्स आदि को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही विभाग की लोगों से अपील है कि वह सभी गाडइलाइन का पालन करें।

बाहर से आने वालों पर रहेगी नजर

दूसरे राज्यों में बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखी जाएगी। डीएसओ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग का सर्विलेंस सेल पूरी तरह से एक्टिव है। इसके अलावा कोविड-19 फैसिलिटीज को भी अलर्ट किया गया है। अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें भी एक्टिव किया जाएगा।

मिले 7 केस

कोरोना वायरस संक्रमण के शनिवार को जिले में 7 केस मिले। डीएसओ ने बताया कि इनमें 11 साल से लेकर 61 साल के मरीज शामिल हैं। नए मरीज शास्त्रीनगर, नटेशपुरम, ग्रीन पार्क कॉलोनी, कंकरखेड़ा से हैं। मरीजों में स्टूडेंट्स, सर्विसमैन शामिल हैं।