28 कोरोना के नए केस बुधवार को मेरठ में मिले
71 कोरोना के मामले तीन दिन में मेरठ में सामने आए
स्वास्थ्य विभाग की बढ़ी परेशानी, बढ़ाई सैंपलिंग
निगरानी समिति को अलर्ट, लक्षण मिलने पर किया जाएगा आइसोलेट
Meerut। होली करीब है और कोरोना वायरस ने एक बार फिर शहर में तेजी पकड़ ली है। तीन दिन में ही नए मरीजों का आंकड़ा 71 हो गया है। इनमें बुधवार को मिले कोरोना के 28 नए केस भी शामिल हैं। नए मरीजों की संख्या जिस रफ्तार से बढ़ रही है, उसके मुताबिक स्थिति और भी भयावह हो सकती है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार मरीजों में महिलाएं, युवाएं और स्टूडें्ट्स अधिक चपेट में आ रहे हैं।
बढा़ई गई सैंपलिंग
पिछले दस दिनों में मरीजों की संख्या में हो रही लगातार बढ़ोत्तरी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही सैंपलिंग भी बढ़ाई जा रही है। पिछले कुछ दिनों से जहां सैंपलिंग टेस्टिंग का आंकड़ा 4 हजार तक चल रहा था वहीं इसे बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा संक्रमित आने वाले मरीजों के कांटैक्ट में आने वाले 25 लोगों की जांच की जा रही है। सीएमओ डॉ। अखिलेश ने बताया कि कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए फोकस सैंपलिंग को भी बढ़ाया गया है।
15 जिले हाई अलर्ट पर
सीएमओ डॉ। अखिलेश मोहन ने बताया कि मेरठ समेत प्रदेश के 15 जिलों में हाईअलर्ट जारी किया गया है। इसमें कानपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, नोएडा, गोरखपुर, आगरा, बरेली, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, बलिया व आगरा भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मार्च में 46 प्रतिशत से ज्यादा एक्टिव केस बढ़े हैं। ऐसे में लगातार लोगों से बचाव की अपील की जा रही है।
बाहर से आने वालों पर नजर
सीएमओ ने बताया कि हाई अलर्ट घोषित जिलों के साथ ही बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। इसके लिए बनाई गई निगरानी समिति को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा गया है। सीएमओ ने बताया कि लक्षण मिलने पर लोगों को घर में ही आईसोलेट किया जा रहा है। इसके अलावा कोविड-19 फैसिलिटी भी तैयार की जा रही है। रोडवेज बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन समेत कई जगहों पर फोकस सैंपलिंग करवाई जा रही है।
आंकड़ों में स्थिति
दिन- एक्टिव केस
13 मार्च- 02
14 मार्च- 10
15 मार्च-06
16 मार्च- 17
17 मार्च-06
18 मार्च- 04
19 मार्च- 17
20 मार्च- 13
21 मार्च- 12
22 मार्च- 23
23 मार्च- 20
24 मार्च- 28
ये गाइडलाइन होगी फॉलो
जिले के लिए तय लक्ष्य के अनुसार आरटीपीसीआर और एंटीजन टेस्टिंग सुनिश्चित होंगे।
सैंपल कलेक्शन का काम पूरी तरह ध्यान से किया जाएगा।
अस्पतालों में आने वाले सभी मरीजों के टेस्ट होंगे।
अगर किसी व्यक्ति में कोरोना जैसे लक्षण मिलते हैं और एंटीजन टेस्ट निगेटिव आता है तो इनका आरटीपीसीआर टेस्ट जरूरी होगा।
मास्क पहनना, नियमित हाथ धोना व सामाजिक दूरी बनाएं रखने के व्यवहार को प्रोत्साहित किया जाएगा।
डोर-टू-डोर लोगों को संदेश दिया जाएं कि अभी खतरा टला नहीं है। कई देशों और राज्यों में कोविड-19 में दूसरा उछाल देखा जा रहा है।
कोविड-19 का खतरा फिर बढ़ने लगा है। हमारी ओर से पूरी तैयारी कर ली गई है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है। गाइडलाइन को रेग्यूलेट किया जा रहा है।
डॉ। अखिलेश मोहन, सीएमओ, मेरठ।
हर आयोजन की अनुमति जरूरी
जिले में किसी भी सार्वजनिक आयोजन से पहले जिला प्रशासन की अनुमति लेना जरूरी होगा। डीएम के। बालाजी ने इसके लिए निर्देश जारी कर दिए हैं।
आयोजनों पर रोक
डीएम ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि कोविड-19 के बढ़ते केसों के कारण तत्काल प्रभाव से जिले में सभी प्रकार के आयोजनों पर रोक लगा दी गई है। इनके लिए पूर्व में अनुमति लेना जरूरी होगा।
जरूरी होगा मास्क
डीएम के निर्देशानुसार, आयोजक द्वारा सामाजिक दूरी, सभी के लिए मास्क तथा सेनेटाइजर की व्यवस्था करना जरूरी होगा। इसके अलावा, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि 60 साल से अधिक आयु के लोग और 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे इन कार्यक्रमों में भाग न लें।
होगी कार्रवाई
अनुमति लिये बिना निजी अथवा सार्वजनिक आयोजन का प्रबंधन, होस्टिंग या इसमें भाग लेने पर महामारी अधिनियम (संशोधन) अध्यादेश 2020, आपदा मोचन अधिनियम 2005 तथा भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 188 के अंतर्गत दंड का प्रावधान किया गया है।