मेरठ (ब्यूरो)। एमआईईटी के फार्मेसी विभाग के प्रोफेसर डॉ। आलोक शर्मा व डॉ। अनुराग चौधरी ने एक हर्बल कफ सिरप विकसित किया है। डॉ। आलोक शर्मा ने कहा कि हर्बल दवाओं के दुष्प्रभाव कम होते हैं और इन्हें बनाने में लागत भी कम आती है। जिसके कारण ये अन्य दवाओं की तुलना में सस्ती होती हैं। डॉ। अनुराग शर्मा ने कहा कि बाजार में उपलब्ध कुछ कफ सिरप में सिरदर्द, बेचैनी, भ्रम, दाने, पित्ती, एनोरेक्सिया, मतली, उल्टी जैसे दुष्प्रभाव होते हैं, लेकिन उनके द्वारा बनाए गए कफ सिरप में ऐसे दुष्प्रभाव नहीं होते हैं।

हस्तांतरण दस्तावेज पर हस्ताक्षर
हर्बल कफ सिरप का अधिग्रहण दिल्ली स्थित कंपनी वेल्कल लाइफ साइंसेज ने कर लिया है। कंपनी कफ सीरप को बाजार में लाने के लिए तैयार करेगी। वेल्कल लाइफ साइंसेज कंपनी की निदेशक नीलम सिंह ने प्रौद्योगिकी हस्तांतरण दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर एमआईईटी और कंपनी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए। निदेशक ब्रिजेश सिंह ने कहा कि नवाचार को समाज तक पहुंचाने के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण बेहद जरूरी है। सरकार भी देश में इनोवेशन और स्टार्टअप कल्चर विकसित करने के लिए काफी प्रोत्साहन दे रही है और इसके लिए एमआईईटी के पास इंक्यूबेशन सेल, अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर और आइडिया लैब्स की स्थापना की गई है।

ये रहे मौजूद
इस अवसर पर चेयरमैन विष्णु शरण, वाइस चेयरमैन पुनीत अग्रवाल, निदेशक डॉ। बृजेश सिंह, डीन एकेडमिक डॉ। भावना आदि ने बधाई दी।