भारत बंद का नहीं दिखा में असर, मिश्रित आबादी क्षेत्र में पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स ने की गश्त

गश्त करते रहे अधिकारी, मोबाइल इंटरनेट ठप रहा, छावनी बने मिश्रित आबादी के क्षेत्र

Meerut : संगीनों के साए में शहरभर की मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा की गई। भारत बंद को लेकर चल रही अफवाहों के दौर के बाद एडीजी जोन प्रशांत कुमार के निर्देशन में शहर के मिश्रित आबादी क्षेत्रों में सुरक्षा घेरा तैनात किया गया। मॉब लिंचिंग के विरोध के दौरान गत 30 जून को हुए बवाल के मद्देनजर भी शुक्रवार को शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बहाल की गई। मिश्रित और मुस्लिम बहुल 27 आबादी क्षेत्रों में कड़ी मुस्तैदी। हालांकि बंद का मेरठ में असर देखने को नहीं मिला, यहां बाजार खुले रहे।

आशंका के बाद बढ़ाई मुस्तैदी

शुक्रवार को मेरठ के मिश्रित आबादी और मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में बड़ी संख्या में पुलिसबल और पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात की गई। बता दें कि आदिवासी, दलितों और अल्पसंख्यकों द्वारा भारत बंद के ऐलान को बेशक गुरुवार देर रात्रि तक वापस ले लिया गया हो किंतु मेरठ में खुफिया इनपुट कुछ और ही कह रहे थे। सूत्रों के मुताबिक गत 30 जून को मॉब लिंचिंग के बाद हुए विरोध प्रदर्शन और जुलूस में उपद्रवियों पर लाठीचार्ज के बदले की रणनीति को भारत बंद के बहाने अंजाम देने की योजना अराजकतत्वों की थी, जिसे पुलिस की मुस्तैदी ने नाकाम कर दिया।

निगरानी में हुई नमाज

जिला प्रशासन और पुलिसबल ने शुक्रवार को सभी मस्जिदों के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बहाल की। एडीएम सिटी महेश चंद्र शर्मा, एसपी सिटी डॉ। एएन सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट संजय कुमार पाण्डेय, सीओ कोतवाली दिनेश कुमार शुक्ला के नेतृत्व में हापुड़ रोड स्थित इमलियान मस्जिद के बाहर जुमे की नमाज के बाद फ्लैग मार्च निकाला गया। सर्वाधिक मुस्तैदी हापुड़ अड्डा क्रॉसिंग और उसके आसपास रही। यहां बड़ी संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्स (रैपिड एक्शन फोर्स, पीएसी), दंगा नियंत्रण वाहन मुस्तैद रहे। आरएएफ ने तंग गलियों और बाजारों में फ्लैग मार्च निकाला।

27 प्वाइंट पर हाई अलर्ट

मेरठ शहर के विभिन्न थानाक्षेत्रों के 27 प्वाइंट पर हाईअलर्ट घोषित किया गया था। शाही ईदगाह, घंटाघर, खैर नगर चौराहा, इंद्रा चौक, हापुड़ अड्डा क्रॉसिंग, लिसाड़ी गेट, हापुड़ रोड, भूमिया पुल, प्रह्लाद नगर, खत्ता रोड, नूरनगर समेत विभिन्न स्थानों पर बड़ी संख्या में पुलिस के साथ पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात किया गया था। इन प्वाइंट्स के आसपास स्थित मस्जिदों के बाहर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में सुरक्षा घेरा मुस्तैद रहा। शहर में चौकसी के लिए आसपास के थानाक्षेत्रों की पुलिस को तैनात किया गया था, डीएम अनिल ढींगरा के निर्देश पर एंटी दंगा प्लान लागू रहा। विभिन्न विभागों के अधिकारियों को नमाज के दौरान मस्जिद के बाहर निगरानी का जिम्मा सौंपा गया था।

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अफवाह से बिगड़ा माहौल

हापुड़ रोड पर 44वीं पीएसी वाहिनी के गेट पर स्थित एक मस्जिद के बाहर कुछ युवकों नमाज अदा करने के सीएम योगी का पुतला जलाने की कोशिश की। इस सूचना के बाद बड़ी संख्या में पुलिसबल ने इस ओर दौड़ लगा दी। पुलिस ने 3 युवकों को हिरासत में भी लिया। हालांकि पूछताछ के बाद युवकों को छोड़ दिया गया। थाना खरखौदा पुलिस ने बताया कि सीएम को प्रतीकात्मक पुतला जलाने की सूचना अफवाह थी। युवक दिल्ली से आ रहे थे, उनके पास दिल्ली के नंबर की कार थी। संदिग्ध नजर आने पर पुलिस ने पूछताछ के लिए रोक लिया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।

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नहीं दिखा बंद का असर

आदिवासी, दलितों द्वारा कथित बंद का मेरठ में असर नहीं दिखा। बाजार रोजाना की तरह खुले तो वहीं आमदिनों की तरह की बाजारों में भीड़भाड़ रही। हालांकि मिश्रित और मुस्लिम आबादी क्षेत्रों में पुलिसबल की मौजूदगी का असर जरूर बाजार पर दिखाई दिया। इन इलाकों में सड़कों पर लोगों का आवागमन कम ही रहा। व्यस्त घंटाघर बाजार, खैर नगर, कबाड़ी बाजार, सूरजकुंड, बेगमपुल बाजार, आबूलेन बाजार आदि में आम दिनों की तरह की दुकानें खुली और लोगों को आवागमन जारी रहा।

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शाम 5 बजे बहाल हुई इंटरनेट सेवाएं

भारत बंद के चलते जिला प्रशासन ने एहतियातन मोबाइल फोन की इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया था। गुरुवार रात्रि 11 बजे से शुक्रवार शाम 5 बजे तक मोबाइल फोन पर व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म ठप पड़े रहे। हालांकि इस दौरान एक-दो मोबाइल कंपनी के नेटवर्क आंशिक तौर पर काम भी करते रहे। वहीं हाईअलर्ट के बाद स्कूलों की छुट्टी भी कर दी गई थी।

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मेरठ में संवेदनशील क्षेत्रों में कड़ा सुरक्षा घेरा मुस्तैद किया गया था। पैरा मिलिट्री फोर्सेस के साथ-साथ जनपद के विभिन्न क्षेत्रों की पुलिस को तैनात किया गया था। जनपद में भारत बंद के दौरान किसी भी तरह की अवांछनीय गतिविधि की सूचना नहीं है।

-अजय साहनी, एसएसपी, मेरठ

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पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को कड़ी निगरानी के निर्देश दिए गए थे। शुक्रवार शाम 5 बजे मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को सुचारु कर दिया गया। मिश्रित और मुस्लिम बहुल आबादी क्षेत्रों में कड़ा सुरक्षा घेरा तैनात किया गया था।

-अनिल ढींगरा, डीएम, मेरठ