एमडीए की ई-नीलामी में करीब 1500 करोड़ की संपत्ति के लिए लगी बोलियां

Meerut। शहर के लोगों को अब रहने के लिए शहर के बाहर की कालोनियां अधिक पसंद आ रही है। इसी के चलते आवास-विकास की जागृति विहार एक्सटेंशन योजना के बाद अब मेरठ विकास प्राधिकरण का गंगानगर और पल्लवपुरम लोगों की फेवरेट डेस्टीनेशन बन गया है। दरअसल, एमडीए की ओर से शुक्रवार को करीब 1500 करोड़ की संपत्तियों की ई-नीलामी आयोजित की गई। इस नीलामी में पंजीकरण कराकर अनेक लोगों ने घर बैठे ही संपत्ति खरीदने में दिलचस्पी दिखाई और बोली लगाकर अपने सपनों का घर बुक किया। एमडीए के अधिकारियों के मुताबिक पल्लवपुरम और गंगानगर की संपत्तियों के लिए ई-नीलामी में सबसे अधिक बोली लगी।

करोड़ों की संपत्तियों की बोली

कोरोना काल के बावजूद संपत्ति में रुझान दिखाई दिया और करीब 20 करोड़ की संपत्ति के लिए बोलियां आई। इसमें सबसे ज्यादा रुझान गंगानगर और पल्लवपुरम में दिखाई दिया। हाल ही में एमडीए की नीलामी में 17 करोड़ की संपत्तियां बिक गई थी। जिसके बाद शुक्रवार को करीब 1500 करोड़ की संपत्तियों की ई-नीलामी आयोजित की गई। इस ई-नीलामी में लोगों ने जबरदस्त रिस्पांस दिया और विभिन्न कॉलोनियों में संपत्तियों को लेकर रुझान दिखा। संयुक्त सचिव व ई-नीलामी प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि ई-नीलामी में कमर्शियल व आवासीय श्रेणी की संपत्तियां शामिल रहीं।

इन कालोनियों में नीलामी

इस ई-नीलामी में गंगानगर फेज- 1, 2, 3, गंगानगर एक्सटेंशन, रक्षापुरम फेज-1, 2, श्रद्वापुरी फेज-1, 2, सैनिक विहार, डिफेंस एन्कलेव, पांडव नगर, विकास विहार, स्पोर्टस गुड्स कॉम्पलैक्स, शताब्दीनगर, राम मनोहर लोहियानगर योजना में स्थित व्यवसायिक, व्यवसायिक कम आवासीय, हेल्थ सेंटर, ग्रुप हाउसिंग, शिक्षण संस्था भूखंड, बैंक, पोस्ट ऑफिस आदि के लिए संपत्तियां शामिल थीं।

अभी बोलियां और संपत्तियों का पूरा ब्योरा तैयार किया जा रहा है। सोमवार तक स्थिति स्पष्ट होगी कि कुल कितनी संपत्तियां बेची गई। हालांकि ई-नीलामी में पल्लवपुरम और गंगानगर की संपत्तियों के लिए अधिक बोली लगी।

मृदुल चौधरी, उपाध्यक्ष एमडीए