सीसीएसयू में इंग्लिश के सिलेबस में पहली बार ¨हदी के विद्वान शामिल

Meerut। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और उससे जुड़े कॉलेजों में बीए अंग्रेजी पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को अब हिंदी के विद्वानों के बारे में भी पढ़ाया जाएगा। ऐसा पहली बार होगा। दरअसल, नई शिक्षा नीति के तहत सीसीएसयू में विभिन्न कोर्सो के सिलेबस तय किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को यह फैसला लिया गया। अंग्रेजी में जयशंकर प्रसाद के काव्य और कबीर दास के दोहे भी शामिल किए गए हैं। इससे पाठ्यक्रम में भारतीय संस्कृति व साहित्य का भी प्रभाव दिखेगा।

30 फीसदी संशोधन

शुक्रवार को अंग्रेजी का सिलेबस बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक में तय किया गया। इसमें उच्च शिक्षा विभाग की ओर से तैयार किए गए सिलेबस में 30 फीसदी संशोधन के बाद विश्वविद्यालय का पाठ्यक्रम तय किया गया। अंग्रेजी में ब्रिटिश और अमेरिका के अंग्रेजी रचनाकारों के अतिरिक्त ¨हदी, गुजराती, ग्रीक, पंजाबी, मराठी रचनाकारों को भी शामिल किया गया है। छात्रों में अंग्रेजी साहित्य के साथ अन्य विषयों में श्रेष्ठ साहित्यों के प्रति रुचि पैदा करने के लिए यह बदलाव किया गया है।

भाव पूरी तरह से भारतीय

दरअसल, इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि स्टूडेंट्स में समग्र द़ृष्टिकोण विकसित हो सके। इसके लिए र¨वद्रनाथ टैगोर की गीतांजलि, जयशंकर प्रसाद की रचना आंसू, महात्मा गांधी के ¨हद स्वराज, डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम की आत्मकथा को भी सिलेबस में शामिल किया गया है। वही, स्वामी विवेकानंद के शिकागो में दिए भाषण को भी छात्र पढ़ेंगे। अमृता प्रीतम की आत्मकथा, खुशवंत सिंह के पाकिस्तान बंटवारे पर लिखी पुस्तक को भी छात्र पढ़ेंगे। प्रसिद्ध नाटककार मोहन राकेश के आधे अधूरे, भीष्म साहनी के लघु उपन्यास अम़ृतसर आ गया, विजय तेंदुलकर के नाटक कन्यादान को भी पढ़ाया जाएगा। ग्रीक दार्शनिक प्लेटो की रिपब्लिक व होमर की रचना इडियड के कुछ अंश पाठ्यक्रम में रखे गए हैं।

पहली बार हुआ

यह पहली बार है कि अंग्रेजी के पाठ्यक्रम में ¨हदी के लेखक को को भी प्रमुखता से स्थान दिया गया है। सीसीएसयू में अंग्रेजी के प्रोफेसर डॉ। विकास शर्मा के अनुसार, अंग्रेजी का यह पाठ्यक्रम भारतीय सभ्यता संस्कृति को आगे बढ़ाने वाला है। इसमें भाषा तो अंग्रेजी रहेगी लेकिन भाव पूरी तरह से भारतीय है। नई शिक्षा नीति के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए इस तरह का पाठ्यक्रम तैयार किया गया है।

गाइड व जुनून भी पढ़ेंगे

अंग्रेजी साहित्य में फिल्म स्टडीज का भी पेपर रखा गया है। इसमें रस्किन बांड के उपन्यास पर बनी श्याम बेनेगल की फिल्म जुनून, आरके नारायण के उपन्यास पर बनी फिल्म गाइड, खुशवंत सिंह के भारत विभाजन पर लिखे उपन्यास ट्रेन टू पाकिस्तान आदि को भी पाठ्यक्रम में रखा गया है। छठे सेमेस्टर में मीडिया के कोर्स भी शामिल किया गया है। एक पेपर अनुवाद का भी रखा गया है।