प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों और व्यापारियों के साथ की वर्चुअल मीटिंग

जनप्रतिनिधियों और व्यापारियों ने दिए अपने-अपने सुझाव

Meerut। कोरोना महामारी को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मेरठ में पहली बार जनप्रतिनिधियों- व्यापारियों का प्रशासन के साथ वर्चुअल संवाद हुआ। संवाद में सभी की सहमति से तय किया गया होम आइसोलेशन में भर्ती मरीज को निशुल्क ऑक्सीजन निशुल्क मुहैया कराई जाए। इसको लेकर पूरी प्लानिंग तैयार करने की बात सांसद ने डीएम और कमिश्नर से कही है।

जनप्रतिनिधियों ने दिए सुझाव

इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने कहाकि मेरठ की स्थिति पहले से बेहतर हुई है। इस तरह सुधार बना रहे, इसको लेकर भी सभी ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए। सेनेटाइजेशन अभियान के साथ-साथ मास्क न पहनने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। बेड की उपलब्धता और ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा अधिकारियों ने मीटिंग में बताई।

सांसद बोले, बेहतर हो व्यवस्था

सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि सरकार अस्पतालों में व्यवस्थाएं और बेहतर करनी चाहिए। समय-समय पर प्रशासनिक अधिकारियों को खाने की गुणवत्ता भी चेक करनी चाहिए। इसके साथ ही प्राइवेट हास्पिटल में लोगों को उपचार अच्छा मिल रहा है लेकिन लगातार अधिक बिल की शिकायत आ रही है। इनकी निगरानी बढ़ाई जानी चाहिए।

अब नहीं हो रही परेशानी

कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पहले से मेरठ की बेहतर स्थिति हो गई है। ऑक्सीजन की व्यवस्था में भी सुधार आया है। सभी को आक्सीजन मिल रही है। अस्पतालों में बेड की उपलब्धता भी है। किसी भी प्रकार की परेशानी अब नहीं हो रही है। मरीज भी लगातार ठीक हो रहे है।

अब कम हो रहे मरीज

डीएम के। बालाजी ने बताया कि जहां पहले 1500 से अधिक मरीज आ रहे थे। वह अब बहुत कम हो रहे है। इसके लिए पीछे सबसे बड़ी बात यह है कि लोग नियमों का पालन कर रहे है। सेनेटाइजेशन भी हो रहा है। सब्जी मंडी और फल मंडी में भी सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है।

लॉकडाउन का हो रहा पालन

एसएसपी अजय साहनी ने कहा कि लॉक डाउन का पालन होने की वजह से केसों में कमी आ रही है। लगातार नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान किए जा रहे है।

व्यापारियों ने की मांग

वहीं, व्यापारियों ने डीएम के समक्ष कुछ मांगे रखी। वहीं, डीएम ने इन मांगों को मानते हुए जल्द आदेश देने की बात कही।

व्यापारियों की ये रही मांगें

कोरोना से जिन व्यापारियों की मौत हुई है, जो व्यापारी जीएसटी में रजिस्टर्ड है उनको 10 लाख रुपये का मुआवजा जीएसटी विभाग से मिले।

दुकानों की सफाई के लिए एक दिन का समय मिले, ताकि व्यापारी अपनी दुकान खोलकर देखें और सफाई भी कर लें।

स्पेयर पा‌र्ट्स बेचने वालों को दुकान खोलने का समय दिया जाना चाहिए।

स्कूल कॉलेज की पढ़ाई के लिए स्टेशनरी की दुकान तीन घंटे खुलनी चाहिए।

ये रहे मौजूद

मीटिंग में विधायक सोमेंद्र तोमर, सत्यप्रकाश अग्रवाल समेत सभी जनप्रतिनिधि मौजूद रहें। वहीं संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन गुप्ता, आईआईए चेयरमैन पंकज गुप्ता भी शामिल रहें।

जनप्रतिनिधियों और व्यापारियों के साथ कोरोना महामारी के संबंध में वर्चुअल बातचीत हुई। सब ने अपन -अपने सुझाव दिए है। जिन पर अधिकारियों से चर्चा करके वर्क किया जाएगा।

सुरेंद्र सिंह, कमिश्नर, मेरठ

शहर की स्थिति में पहले से काफी बेहतर हो गई है। सभी जनप्रतिनिधियों ने इस बात को स्वीकार किया है। बेड की उपलब्धता भी हो गई है। ऑक्सीजन भी सब को मिल रही है। इस तरह का डिस्कशन आगे भी करते रहेंगे।

के। बालाजी, डीएम, मेरठ