नई शिक्षा नीति के तहत किया गया बदलाव, नए सेशन से प्रक्रिया लागू

सीसीएस यूनिवर्सिटी में लिया फैसला, चौथे साल में रिसर्च और प्रैक्टिकल पर होगा जोर

Meerut । अब सीसीएस यूनिवर्सिटी में चार साल का ऑनर्स कोर्स शुरु कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी में सेल्फ फाइनेंस में यूजी ऑनर्स के कुछ कोर्स पहले ही चल रहे है, जो तीन साल के ही हैं। इन सभी कोर्स को अब चार साल का कर दिया गया है। इस साल प्रवेश लेने वाले स्टूडेंट को अब इन ऑनर्स कोर्स के लिए चार साल की पढ़ाई करनी पड़ेगी। यूनिवर्सिटी ने इसे नई शिक्षा नीति के तहत ही किया है। इस प्रोग्राम के तहत चौथे साल में जो विषय रहेगा उसी को ऑनर्स का माना जाएगा, इसमें चौथे साल में रिसर्च पर ज्यादा फोकस होगा। साथ ही प्रैक्टिकल पर ज्यादा फोकस रहेगा। इसका मकसद स्टूडेंट को रिसर्च के लिए ज्यादा नॉलेज मिलेगी। जो पीएचडी में फायदा करेगी, इसके लिए ही ये कोर्स अब अपडेट किए गए है।

चल रहे है कई कोर्स

सीसीएसयू में कई ऐसे कोर्स है जो पहले से ही ऑनर्स चल रहे है। इनमें बीए इकोनोमिक्स ऑनर्स, बीए हिंदी ऑनर्स, बीएससी केमिस्ट्री ऑनर्स, बीकॉम ऑनर्स, बीएससी एग्रीकल्चर, बीकॉम मैथ्स ऑनर्स, आदि कोर्स तो पहले से ही यूनिवर्सिटी में चल रहे हैं, जो तीन साल पहले शुरु हो गए थे। तीन साल के ये कोर्स अभी तक यूनिवर्सिटी में संचालित होते थे। इनमें कोर्स में मेन सब्जेक्ट की पढ़ाई तो होती थी, पर रिसर्च के तरीके से नहीं होती थी, लेकिन अब चौथे साल में रिसर्च ही होगी और संबंधित प्रैक्टिकल की नॉलेज होगी, अब इन कोर्स को चार साल इसलिए किया गया है, इसके साथ ही एमए की जरुरत नहीं पढ़ेगी, सीधे पीएचडी में प्रवेश पा सकेंगे, इससे एक साल की बचत भी होगी, प्रैक्टिकल नॉलेज मिलेगी। इसके साथ ही रिसर्च संबंधित जानकारी मिलेगी कि कैसे रिसर्च की जाती है और रिसर्च के लिए क्या जरुरी है, एक कोर्स में 40 सीटें है, जो इस साल ऑनर्स में एडमिशन ले रहे है उनको चार साल ही कोर्स करना होगा, सीसीएसयू के वीसी प्रो। एनके तनेजा का कहना है कि अगले सत्र 2021-22 से नई शिक्षा नीति के तहत स्टूडेंट को मल्टीपल एंट्री और एग्जिट के तहत तीन और चार साल के स्नातक प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे। यूनिवर्सिटी में यूजी ऑनर्स कोर्स और बढ़ाए जाएंगे, अभी तीन साल का ऑनर्स है, आगे यह चार साल का हो जाएगा, इसमें चौथे साल में जो विषय रहेगा, वहीं ऑनर्स का माना जाएगा