होटलों में नियमों को ताक पर रखते हुए दिए जा रहे कमरे

रोडवेज बस अड्डे के सामने कई होटलों में चल रहा गोरखधंधा

Meerut। शहर में बिना आईडी होटलों में कमरे दिए जा रहे हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने भैंसाली बस अड्डे के सामने होटलों में स्टिंग किया तो पैसों के लालच में होटल मालिक नियमों को ताक पर रखने के लिए तैयार हो गए, जिसकी रिकार्डिग दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पास है। इन्हें न तो देश की सुरक्षा से सरोकार है और न कानून व्यवस्था से। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम सबसे पहले रोडवेज बस अड्डे के सामने खालसा होटल पर पहुंची, फिर इसके ठीक बराबर में शेरे पंजाब होटल में गई। यहां पर होटल मालिकों ने बिना आईडी के कमरा देने की बात कर दी। प्रिंस होटल और होटल अशोका कलिंग भी गए। होटल मालिकों के साथ दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की बातचीत पर आधारित रिपोर्ट

खालसा होटल

रिपोर्टर: भैया होटल में कमरा चाहिए?

होटल मालिक: कमरा मिल जाएगा।

रिपोर्टर: हमें अपनी गर्ल फ्रेंड लानी है?

होटल मालिक: कोई दिक्कत नहीं है, आप ले आइए।

रिपोर्टर: हमारे पास आईडी नहीं है?

होटल मालिक: आईडी नहीं है, चलो कोई बात नहीं, कितनी देर के लिए चाहिए?

रिपोर्टर: एक घंटे के लिए चाहिए।

होटल मालिक: 800 रुपये लगेंगे, आपको बिना आईडी के होटल में मिल जाएगा।

रिपोर्टर: कोई दिक्कत नहीं है, पुलिस तो नहीं आएगी?

होटल मालिक: भाई साहब कोई दिक्कत नहीं है, हम बैठे हैं। आप आराम से कमरा ले लो।

शेरे पंजाब होटल

रिपोर्टर: भाई साहब हमें होटल में कमरा चाहिए।

होटल मालिक: बिल्कुल कमरा मिल जाएगा।

रिपोर्टर: हमें अपनी गर्ल फ्रेंड लानी है?

होटल मालिक: कोई दिक्कत नहीं है आप ले आइए।

रिपोर्टर: हमारे पास आईडी नहीं है?

होटल मालिक: आईडी तो चाहिए, आजकल पुलिस की सख्ती ज्यादा चल रही है।

रिपोर्टर: चलो कोई बात नहीं है। देख लो आप, मिल जाए तो।

होटल मालिक: आपको होटल मिल जाएगा, बिना आईडी के 1200 रुपये लगेंगे।

रिपोर्टर: पुलिस का तो कोई मामला नहीं है यहां?

होटल मालिक: अरे भाई साहब, चिंता मत करो, आप होटल ले लो।

रिपोर्टर: लाओ दे दो कमरा, हम अपनी गर्ल फ्रेंड लेकर आ रहे हैं।

होटल मालिक: मेरे यहां तो सभी कमरे बुक हैं। मेरा सामने दूसरा होटल है, वहां ले लो, मैं स्टाफ को साथ भेज रहा हूं।

अशोका कर्लिग होटल

स्टाफ हमें लेकर थापर नगर स्थित अशोका कलिंग होटल में लेकर गया। यहां बातचीत इस प्रकार हुई

स्टाफ: यह कमरा है, ले लो। पैसे जमा करा दो।

रिपोर्टर: कमरा थोड़ा गंदा हो रहा है, दूसरा साफ कमरा नहीं है?

स्टाफ: दूसरा कमरा है, लो ये वाला कमरा ले लो।

रिपोर्टर: पुलिस का तो कोई डर नहीं है भाई

स्टाफ: भाई साहब पुलिस का कोई डर नहीं है, आप अपनी गर्ल फ्रेंड बुला लो।

रिपोर्टर: आईडी नहीं है हमारे पास?

स्टाफ: हां मालिक से बात हो गई है। आप पर आईडी नहीं है, 1200 रुपये लगेंगे दो लोगों के। आपको कमरा मिल जाएगा।

प्रिंस होटल

रिपोर्टर: भाई साहब हमें होटल में कमरा चाहिए।

होटल मालिक: बिल्कुल कमरा मिल जाएगा।

रिपोर्टर: हमारे पास आईडी नहीं है।

होटल मालिक: कोई बात नहीं, आपको कमरा दे दिया जाएगा, चार्ज अधिक लगेगा।

रिपोर्टर: कोई दिक्कत तो नहीं है पुलिस की?

होटल मालिक: परेशान मत हो, हम बैठे है।

रिपोर्टर : हम एक कपल है कोई नहीं एक हजार रुपये दे देना।

खतरनाक हो सकता है लापरवाही का नतीजा

मेरठ काफी संवेदनशील शहर है। यहां आए दिन किसी न किसी बात पर बवाल होता रहता है। अभी हाल में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मेरठ में बड़ी हिंसा हुई है। पुलिस ने बताय था कि दिल्ली के उपद्रवियों ने आकर मेरठ में हिंसा कराई थी। वह किसी न किसी होटल में भी रूके होंगे। बिना आईडी के होटल में रूम देना सरेआम सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। कई बार बाहर के बदमाश भी आकर मेरठ में छिप जाते हैं। होटलों में आसानी से उन्हें रूम मिल जाता है।

इन्हें नहीं किसी का डर

जिन होटलों का दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने स्टिंग किया है, उनके खिलाफ पहले भी देह व्यापार कराने के आरोप में बड़ी कार्रवाई हो चुकी है। खालसा होटल के खिलाफ अभी कुछ दिन पहले ही पुलिस ने देह व्यापार का पर्दाफाश करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही शेरे पंजाब, प्रिंस होटल और थापर नगर में अशोका कलिंग होटल में पहले भी छापा लग चुका है और सख्त कार्रवाई की जा चुकी है, लेकिन जमानत पर बाहर आने के बाद से फिर से वही काम शुरू हो जाता है। पुलिस भी एक बार कार्रवाई करके शांत बैठ जाती है, जिसके बाद यह धंधा चलता रहता है।

यदि होटल में कमरे बिना आईडी के दिए जा रहे हैं तो यह काफी गलत है। इस मामले में टीम को भेजकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। नियमों का पालन सख्ती से कराया जाएगा।

अजय साहनी, एसएसपी