एनजीटी के आदेश पर एक्शन मोड में आया प्रशासन
आखिर दो दिन में कैसे बंद होगी पॉलीथिन
- पॉलीथिन मिलने पर एक सितंबर से एक्शन लेगा नगर निगम
- पालीथिन पर प्रतिबंध को लेकर लोगों में नहीं है अवेयरनेस
मेरठ। पॉलीथिन पर प्रतिबंध को लेकर प्रशासन बेहद गंभीर है। एक सितंबर से पॉलीथिन रखने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई की जाएगी। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि दो दिन बाद शहर से पॉलीथिन कैसे बंद हो जाएगी। पॉलीथिन को बंद करने की जिम्मेदारी नगर निगम पर है, लेकिन अधिकारियों को अभी तक इसकी जानकारी ही नहीं है।
जागरूकता अभियान नहीं
कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार से एक सितंबर से पहले नगर निगम को जागरूकता अभियान चलाने के लिए कहा था। एक सितंबर को दो दिन शेष बचे है, लेकिन अभी तक जागरूकता अभियान का कुछ पता भी नहीं है। हां इतना जरूर किया कि एक दिन घंटाघर के बाजार में जरूर घूमे।
5 हजार रुपये का जुर्माना
दरअसल एनजीटी ने पॉलीथिन पर बैन लगाने का आदेश दिया था। बैन के बाद यदि किसी पर पॉलीथिन पाई जाती है तो उसके ऊपर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाने के आदेश दिए थे। इस पर कमिश्नर ने नगर निगम को 31 अगस्त से इस आदेश की जानकारी देने के लिए शहर में मुनादी कराने के आदेश दिए थे। 31 अगस्त के बाद किसी पर पॉलीथिन पाए जाने पर पांच हजार रुपये जुर्माना लगाने की बात कही थी।
पहले भी आया आदेश
इससे पहले की एनजीटी का आदेश आ चुका है। आदेश आने के बाद नगर निगम ने 15 दिन अभियान भी चलाया, लेकिन उसके बाद अभियान को बंद कर दिया गया। लिहाजा इसका असर यह हुआ कि दोबारा से बाजार में पॉलीथिन खुलेआम बिकने लगी।
हर तरह की पॉलीथिन बैन
एनजीटी ने इस बार हर प्रकार की पॉलीथिन पर बैन लगाने के आदेश दिए हैं। इससे पहले एनजीटी ने 40 एमएम और उसके बाद 20 एमएम की पॉलीथिन पर बैन लगाने के आदेश दिए थे।
पॉलीथिन पर बैन की कोई जानकारी नहीं है। हमारा तो काम पॉलीथिन पर ही होता है। स्पोटर्स गुड्स के काम में पॉलीथिन का उपयोग बहुत अधिक है।
-रजत
पॉलीथिन का कोई विकल्प तो निकाले सरकार। बंद होने के बाद लोग मन मुताबिक पैसा मांगते हैं। यदि बंद हो जाएगी तो कुछ न कुछ तो किया ही जाएगा।
-शोभित
पॉलीथिन बैन की अभी तक कोई जानकारी नहीं है। नगर निगम की ओर से कोई प्रचार प्रसार नहीं किया जा रहा है। बंद करने से पहले जानकारी तो देनी चाहिए।
-मोनू
एनजीटी के पॉलीथिन बैन के आदेश की कोई जानकारी नहीं है। बैन करने से पहले जानकारी तो देनी चाहिए। इसका प्रचार प्रसार तो करना चाहिए था।
-राजू मिश्रा
व्यापारियों के कोटस्
अभी तक नगर निगम अधिकारियों ने कोई जागरूकता अभियान नहीं चलाया है। पालीथिन बैन पर जीओ भी उपलब्ध नहीं है, ताकि मैं अपने स्तर पर व्यापारियों को जागरूक कर सकूं।
नवीन गुप्ता अध्यक्ष
संयुक्त व्यापार संघ
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नगर निगम अधिकारियों ने एक दिन 93 किलो पालीथिन जब्त कर अभियान समाप्त भी कर दिया है। जबकि लोगों में कोई जागरूकता अभियान नहीं चलाया जा रहा है।
-गौरव शर्मा
अध्यक्ष, मेरठ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन
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आम लोगों को पालीथिन बैन के बारे में कोई ज्ञान नहीं है। अभी तक इसके लिए कोई अभियान नगर निगम ने नहीं चलाया है।
सतीश गुप्ता
कोषाध्यक्ष ईट भट्ठा एसोसिएशन मेरठ
अगर नगर निगम व्यापारियों को साथ लेकर इस अभियान को चलाएगी तो ही यह अभियान सफल हो पाएगा। लेकिन नगर निगम कोई जागरूकता अभियान नहीं चला रही है।
पवन मित्तल, अध्यक्ष मेरठ ईट भट्ठा एसोसिएशन
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पालीथिन पर आसानी से बैन लग सकता है अगर नगर निगम अधिकारी चाह, लेकिन यह अधिकारी ही लोगों को जागरूक कराने के लिए कोई अभियान नहीं चला रहे है। जिससे यह अभियान कागजों में समा सकता है।
-अमरीश गिरी समाज सेवक
पालीथिन पर रोक लगाने के लिए नगर निगम को अभियान चलाना था, लेकिन अधिकारी चाहते ही नहीं है कि पालीथिन बैन हो। नगर निगम अधिकारी चाहें तो आम लोगों के साथ अभियान चला सकते है। इसमें सभी लोग उनके साथ नजर आएगें।
-अनिल बख्शी, एडवोकेट
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नगर निगम अधिकारियों को आम लोगों के साथ मिलकर यह अभियान चलाना था। किसी भी व्यापारी को नगर निगम से साथ नहीं लिया है।
-मंयक गुप्ता, समाज सेवक
जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। सभी सफाई निरीक्षकों को अपने-अपने क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाने के आदेश दिए हैं। एक सितंबर से जब्त व जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।
डॉ। कुंवर सेन नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम