विभिन्न पटलों पर महीनों तक रुकी रहती हैं शस्त्र लाइसेंस की फाइलें

रिश्वतखोरी के आरोप को डीएम ने लिया संज्ञान, दिए कड़े निर्देश

Meerut। शस्त्र लाइसेंस की फाइल रोकी तो अब जबाव देना होगा। विभिन्न पटलों पर महीनों तक शस्त्र लाइसेंस की फाइल के अटकने के बाद डीएम अनिल ढींगरा ने सख्त आदेश दिए हैं। वहीं एडीएम सिटी अजय कुमार तिवारी ने दो माह से अधिक समय तक 10 फाइलों के अटकने पर कार्यालय अधीनस्थों से जबाव तलब किया है। शस्त्र लाइसेंस के नाम पर उगाही की शिकायतों के बाद प्रशासनिक अधिकारी एक्शन में हैं।

उगाही की शिकायतें

शस्त्र लाइसेंस पर लगी रोक के हटने के बाद मेरठ में हजारों आवेदकों ने शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन किया, वहीं एक लंबी प्रक्रिया को पूर्ण करके लाइसेंस का आवेदन शस्त्र अनुभाग तक वापस पहुंच रहा है। गत दिनों विभिन्न पटलों पर आवेदकों से उगाही की शिकायतों को डीएम ने संज्ञान लिया और सभी को आदेश दिया कि दो कार्य दिवस से अधिक शस्त्र लाइसेंस की फाइल को पटल पर न रोका जाए। इसके अलावा एडीएम सिटी कार्यालय में गत दो माह से पटल पर अटकी फाइलों को देखकर एडीएम सिटी का पारा गरमा गया। और उन्होंने 10 ऐसी फाइलों को चिह्नित कर अधीनस्थों को जबाव-तलब किया है।

तत्काल आगे बढ़ाएं फाइल

एडीएम सिटी ने अधीनस्थों को निर्देश दिए कि शस्त्र की फाइलों को इकट्ठा न किया जाए। बल्कि फाइल को तत्काल अग्रसारित किया जाए। उन्होंने कार्यालय में आने वाले शस्त्र लाइसेंस के आवेदनों को ब्योरा रोजाना उपलब्ध कराने के आदेश दिए। गौरतलब है कि शस्त्र अनुभाग में शस्त्र लाइसेंस लेने के लिए आवेदकों भी भीड़ लगी रहती है। जनप्रतिनिधियों ने शस्त्र लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया पर सरकार के समक्ष गत दिनों सवाल उठाया। वहीं शस्त्र लाइसेंस बनवाने के नाम पर उगाही के आरोप भी आए दिन लग रहे हैं।

शस्त्र लाइसेंस की फाइल को दो कार्यदिवस से अधिक एक पटल पर नहीं रखा जाएगा। इस संबंध में अधीनस्थों को निर्देश दे दिए गए हैं। वहीं विभिन्न विभागों को भी इस संबंध में अलर्ट किया जाएगा।

अजय कुमार तिवारी, एडीएम सिटी, मेरठ