-कर्मचारी नेताओं ने बुलाई सफाई कर्मियों की बैठक
-सपा अध्यक्ष से मिलकर कर्मचारी लगाएंगे शासनादेश वापसी की गुहार
Meerut : नगर निगम सफाई कर्मचारियों पर कार्रवाई के लिए आए शासनादेश को लेकर कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। शासनादेश के विरोध में उतरे कर्मचारी नेताओं ने बुधवार शाम सभी निगम सफाई कर्मियों को बैठक बुलाई। बैठक में सफाई कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ आग उगलते हुए एक बार फिर हड़ताल का एलान किया।
क्या है मामला
पिछले माह वेतन वृद्धि को लेकर निगम सफाई कर्मचारियों ने जो हड़ताल की उसको लेकर कर्मचारियों के खिलाफ सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। सरकार की ओर से एक शासनादेश जारी कर गलत तरीके से रखे गए संविदा सफाई कर्मचारियों को हटाने के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही हड़ताल के दौरान कार्य बहिष्कार करने वाले कर्मचारियों के वेतन काटने के भी सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। इसके अलावा निगम में अवैध रूप से सुपरवाइजर बन बैठे स्थाई सफाई कर्मचारियों के डिमोशन की कार्रवाई को लेकर भी आदेश जारी किए गए हैं।
भड़के सफाई कर्मचारी
शासनादेश के बाद नौकरी पर आफत देख निगम सफाई कर्मचारियों को गुस्सा भड़क उठा। सफाई कर्मियों के नेताओं ने शासनादेश का बहिष्कार कर सभी सफाई कर्मियों की बैठक बुलाई। सूरजकुंड पर बुलाई गई बैठक में सफाई मजदूर संघ के महामंत्री कैलाश चंदौला ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि पहले नगर निगम, फिर प्रशासन और अब उत्तर प्रदेश सरकार सफाई कर्मचारियों पर जुल्म कर रही है। यह सरकार का यह आदेश कोई सामान्य शासनादेश नहीं बल्कि सैकड़ों सफाई कर्मियों और हजारों लोगों के पेट पर चोट है। संघ के अध्यक्ष राजू धवन ने कहा कि क्9 मई को सफाई कर्मियों का एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ जाकर मुलायम ंिसह यादव से भेंट करेगा और अपनी समस्याओं से अवगत कराएगा।
बैठक में आंदोलन और उसके परिणामों की समीक्षा की गई है। क्9 मई को सफाई कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ जाकर नेता जी से मिलेगा और अपनी समस्याओं से अवगत कराएगा।
कैलाश चंदौला, महामंत्री सफाई मजदूर संघ नगर निगम