मेरठ ब्यूरो। सीसीएसयू के लॉ विभाग में एक विशेष व्याख्यान किया गया। इसका विषय भारत और बांग्लादेश के बीच शांति संबंध रहा। इस मौके पर कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के समन्वयक डॉ।विवेक कुमार एवं मुख्य अतिथि डीएवी कॉलेज देहरादून लॉ की एचओडी प्रो।पारूल दीक्षित ने किया। इस अवसर पर डॉ। विवेक कुमार ने भारत और बांग्लादेश के संबंधों के बारे में विचार रखे।

भारत ने दिलाई मान्यता

उन्होंने कहा कि भारत अपने सभी पड़ोसी राज्यों के साथ शांति और सौहार्दपूर्ण व्यवहार रखता है। वहीं, बांग्लादेश के साथ तो भारत के संबंध कई मायनों में खास हैं। क्योंकि भारत ही सबसे प्रथम राष्ट्र था जिसने बांग्लादेश को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर मान्यता दी।

स्टूडेंट्स से किया सीधा संवाद

कार्यक्रम की मुख्य वक्ता प्रो। पारूल दीक्षित ने छात्र-छात्राओं से सीधा संवाद किया। उन्होंने बताया कि व्यक्तित्व के समग्र विकास के लिए कोर्स के साथ अन्य पाठ्योत्तर गतिविधियों में भाग लेना चाहिए। इन गतिविधियों में भाग लेने से देश और दुनिया में चल रहे सभी प्रकार के विकास के बारे में जानकारी प्राप्त होती है।

एक्टिविटी में भाग लें

उन्होंने कहा कि एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करने के स्टूडेंट्स का व्यक्तित्व और भी निखर के आता है। इसके बाद वक्ता अनुष्का ने भी व्याख्यान दिया।जोकि भारत बांग्लादेश संबंधों की शांतिदूत भी रहीं हैं।

शांति ही बेहतर माध्यम

उन्होंने भी अपने अनुभवों को शेयर किया। भारत-बांग्लादेश के संबंधों पर उन्होंने कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। उन्होंने कहा कि शांति ही ऐसा माध्यम है। जिसके बल पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक सौहार्दपूर्ण संबंध स्थापित हो सकते हैं। इसके साथ ही इंटरनेशनल टारगेट को भी अचीव किया जा सकता है।

ये लोग मौजूद रहे

कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ।अपेक्षा चौधरी ने किया। इसके बाद डॉ।सुदेशना ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में संस्थान के शिक्षक डॉ। कुसुमावति, आशीष कौशिक, डॉ। विकास कुमार, मोनिका कल्हेरा, डॉ।धनपाल सिंह, डॉ। महिपाल, डॉ।सुशील कुमार शर्मा, डॉ। मीनाक्षी, शेख अरशद तथा स्टूडेंट्स मौजूद रहे।