बागपत में भाजपा नेता की हत्या के बाद आए आदेश

मेरठ जिले में 40 नेताओं को मिली हुई है पुलिस सुरक्षा

Meerut। बागपत में हुई भाजपा नेता की हत्या के मामले में अब भाजपा नेताओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। ऐसे में लखनऊ के आला अधिकारियों ने स्थानीय अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। जिसके तहत यदि किसी नेता को खतरा है और वह सुरक्षा मांगे तो उनकी पूरी जांच कराकर एलआईयू से रिपोर्ट लेकर नियम अनुसार सुरक्षा मुहैया कराई जानी चाहिए। मेरठ में अभी केवल भाजपा जनप्रतिनिधियों, राज्यसभा सांसद और भाजपा के कुछ बड़े पदाधिकारी जिनमें महानगर अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष के पास ही पुलिस सुरक्षा है।

ये है मामला

मेरठ के पड़ोसी जिले बागपत में मंगलवार को भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष और आरएसएस से जुडे़ नेता की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। मामले की गूंज लखनऊ तक पहुंची तो सरकार को नेताओं की सुरक्षा का ख्याल आया। जिसके बाद सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आईजी मेरठ प्रवीण कुमार को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। साथ ही लखनऊ के आला अधिकारियों ने स्थानीय अधिकारियों को भी विशेष निर्देश जारी कर दिए हैं। जिसके तहत यदि किसी नेता को खतरा है और वह सुरक्षा मांगे तो उनकी पूरी जांच कराकर एलआईयू से रिपोर्ट लेकर नियम अनुसार सुरक्षा मुहैया कराई जानी चाहिए।

नियम से मिलेगी सुरक्षा

मेरठ जिले की बात करें तो यहां 40 नेताओं को सुरक्षा मिली हुई है। जिसमें विधायक, मंत्री, सांसद, राज्यसभा सांसद, मेयर सब शामिल हैं। इसके अलावा भाजपा मेन बॉडी के जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष को भी सुरक्षा दी गई है। लखनऊ से आए आदेशों के मुताबिक बागपत जैसी घटना मेरठ में न हो इसको लेकर एसपी सिटी और एसपी देहात भी सभी नेताओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि जो भी नेता सुरक्षा मांगेगा, उसको नियमानुसार सुरक्षा प्रदान की जाएगी। केवल दिखावे के लिए किसी को भी सुरक्षा प्रदान नहीं की जाएगी। नेता का बैक ग्राउंड और क्या रंजिश है, ये सब देखते हुए सुरक्षा प्रदान की जाएगी।

मेरठ के सभी जनप्रतिनिधियों समेत और राज्यसभा सांसद सुरक्षा दी गई है। पदाधिकारियों के पास भी सुरक्षा व्यवस्था पूरी है। यदि किसी को आवश्यकता है तो उसको भी सुरक्षा दी जाएगी। सभी की सुरक्षा करना हमारा कर्तव्य है।

डॉ। अखिलेश नारायण सिंह, एसपी सिटी, मेरठ