मेरठ (ब्यूरो)। चोरी रोकने के मकसद से बिजली विभाग ने साल 2021 में स्मार्ट मीटर की व्यवस्था शुरू की गई थी। लेकिन अब यह व्यवस्था ही विभाग के लिए परेशानी का सबब बन गई है। दरअसल, बीते माह ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम को अपडेट करने के दौरान हजारों स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के अकाउंट ही इनवैलिड हो गए। स्थिति यह कि लोग बिजली का बिल जमा नहीं कर पा रहे हैैं। जिसकी वजह से पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) का करीब 3.50 करोड रुपए अधर में अटक गया है।

3.50 करोड़ का बकाया
पीवीवीएनएल के आंकड़ों पर नजर डालें तो स्मार्ट मीटर के करीब 62 हजार उपभोक्ताओं पर साढ़े तीन करोड़ का बिजली बिल बकाया है। ये वो उपभोक्ता हैं जिन्होंने पिछले दो माह से बिजली का बिल जमा नहीं किया है। गत माह 31 जनवरी से 6 फरवरी तक ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम को अपडेट करने के दौरान हजारों उपभोक्ताओं का खाता नंबर इनवैलिड हो गया। ऐसे में उपभोक्ताओं को न तो बिल की डिटेल मिल पा रही है और न ही बिल जमा हो पा रहा है। उधर विभाग की ओर से बार-बार रिमाइंडर भेजा जा रहा है।

ऑनलाइन कट जाता है कनेक्शन
गौरतलब है कि दो साल पहले पीवीवीएनएल द्वारा स्मार्ट मीटर लगाने की कवायद की गई थी। इस मीटर की खासियत यह है कि उपभोक्ताओं को बिल की डिटेल मैसेज के जरिए मिलती है। साथ ही अगर समय से बिल जमा न हो तो विभाग अलर्ट मैसेज जारी करता है। बावजूद इसके उपभोक्ता यदि बिल जमा नहीं करता है तो कनेक्शन अपने आप कट जाता है।

पांच लाख से ज्यादा
इस योजना के तहत मेरठ जोन में लगे एक लाख 93 हजार से अधिक पोस्टपेड मीटर स्मार्ट मीटर में कंवर्ट किए जा चुके हैं। जिले में करीब पांच लाख 77 हजार 973 उपभोक्तओं को स्मार्ट मीटर में कंवर्ट किया जाना अभी बाकी है।

गत माह 6 फरवरी तक ऑनलाइन बिलिंग प्रणाली अपडेट करने का काम शुरू किया गया था। इसके कारण कुछ उपभोक्ताओं के अकाउंट अपडेट नही हो पाए हैं। उपभोक्ता बिल जमा नही कर पा रहे थे। अब बिल जमा होने शुरू हो गए हैं।
राजेंद्र बहादुर, एसई सिटी