मेरठ (ब्यूरो)। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अब बजट की कमी से प्रभावित नहीं होगी क्योंकि इस योजना को अब विकास योजना में शामिल कर लिया गया है। यानि इस योजना में अब धन की कोई कमी नहीं होने पाएगी और इस योजना के क्रियान्वयन पर मुख्यमंत्री कार्यालय सीधे नजर रखेगा।

समय से जारी होगी किस्त
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिला व माताओं को पांच हजार रुपये दिए जाते हैं। यह राशि सीधे लाभार्थी के खाते में भेजी जाती है। लेकिन पिछले कुछ सालों से बार बार बजट की कमी होने से महिलाओं को पैसा मिलने में देरी हो रही थी। लेकिन अब ऐसा नही होगा। इस योजना को अब विकास योजना में शामिल कर लिया गया है। इससे योजना के लिए बजट की कोई कमी नहीं रहेगी और महिलाओं को समय से किस्तें जारी होंगी।

मिलेगा योजना का लाभ
सभी गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली माताएं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ ले सकती हैं। योजना का लाभ पाने के लिए महिला की उम्र 19 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा सरकारी कर्मचारी, किसी अन्य कानून से लाभ पा रही प्राइवेट कर्मचारी को इस योजना का लाभ नहीं मिलता है। सरकारी कर्मचारी की सेवा शर्तों में वेतन सहित मातृत्व अवकाश जैसे लाभ पहले से ही जुड़े होते हैं जबकि प्राइवेट संस्थान में काम करने वाली महिला अगर किसी अन्य कानून के तहत मातृत्व लाभ की सुविधा प्राप्त कर रही है तो वह भी इस योजना के तहत लाभ प्राप्त नहीं कर सकती है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सहायिका और आशा कार्यकर्ता इस योजना का लाभ ले सकती हैं।

33 करोड़ हुए ट्रांसफर
योजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक रिचा श्रीवास्तव ने बताया कि जनपद में सितंबर 2017 से अब तक 79631 महिलाओं का इस योजना में रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है। योजना के अंतर्गत अब तक 33.34 करोड़ रुपये लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर किये जा चुके हैं। लाभार्थी आशा कार्यकर्ता, एएनएम अथवा ऑनलाइन स्वयं फार्म भर सकते हैं।

यह योजना मां और शिशु के पोषण व आहार से संबंधित है इसलिए इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। हर महीने समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा इसकी प्रगति रिपोर्ट सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) के अंतर्गत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी फीड की जाएगी।
डॉ। विश्वास चौधरी, नोडल अधिकारी