एसओजी ने बिजली मीटरों की रीडिंग शून्य करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पकड़ा

बिजली के मीटरों को शून्य कर बिजली विभाग को लगाया करोड़ों का फटका

Meerut। एसओजी टीम ने बुधवार को बिजली के मीटरों की रीडिंग शून्य कर बिजली विभाग को करोड़ों रुपए की चपत लगाने वाले गिरोह के दो सदस्यों को उपकरणों के साथ गिरफ्तार कर लिया। ये दोनो आरोपी घरेलू मीटर को माइक्रोवेव ओवन की तकनीक का प्रयोग कर मीटर की रीडिंग को शून्य कर विभाग को करोड़ो रुपए का चूना लगा रहे थे। एसओजी टीम ने दोनो को गिरफ्तार कर पुलिस को सौंप दिया। इस मामले में विद्युत विभाग भी अब मीटरों की जांच में जुट गया है।

एसओजी को मिली थी सूचना

बुधवार को एसओजी टीम ने सूचना के आधार पर दो आरोपी अकिल और साजिद को जैदी फार्म चौकी के पास से गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपियों के पास से पास से दो मशीन ,मीटर एवं अन्य उपकरण भारी मात्रा में बरामद हुए। एसओजी को सूचना मिली थी कि लोग बिजली के मीटर की रीडिंग को शून्य कर देते है। उसके उपकरण भी उनके पास है और किसी उपभोक्ता के घर मीटर शून्य करने जा रहे हैं। इस सूचना पर एसओजी प्रभारी तपेश्वर सागर ने टीम के साथ नौचंदी थाना के एसएसआई वरुण शर्मा के साथ घेराबन्दी कर आरोपियों को दबोच लिया। पुलिस ने विद्युत विभाग को मामले की जानकारी देकर मौके पर बुला लिया। विद्युत विभाग के जेई आशुतोष शर्मा ,गौतम राठी अपने सहयोगियों के साथ मौके पर आए और निरीक्षण कर बताया ये उपकरण बिजली के मीटर की रीडिंग खत्म कर देते है जिससे विद्युत विभाग को भारी हानि हो रही है,

यूटयूब पर देखा जुगाड़

विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा इन उपकरणों का डैमो एक घर के मीटर पर पास में ही कराया गया।

तो कुछ सेकंड उन उपकरणो को मीटर के सामने घुमाने पर मीटर की रीडिंग शून्य हो गई और डिस्प्ले खराब हो गई।

अभियुक्तों ने बताया कि मीटर में इस सेटिंग के बदले में हम बिल के अनुसार पैसे ले लेते थे।

आरोपियों ने ये उपकरण पुराने माइक्रोवेव ओवन से यूट्यूब पर देखकर तैयार किये थे।

बिजली विभाग ने अभियुक्तों के विरुद्ध थाना नौचंदी में मुकदमा दर्ज करा दिया।

बिजली विभाग ने शुरु की जांच

वहीं इस तरह का पहला मामला सामने आने के बाद अब बिजली विभाग अधिकारियों की नींद उड़ गई है। आनन फानन में विभाग ने ऐसे संदिग्ध मीटरों की जांच कर आगे की खानापूíत शुरु कर दी है। विभाग को अंदेशा है कि ऐसे कई मामले और सामने आ सकते हैं। विभाग अचानक लोड में आई कमी के आधार पर अब मीटरों की जांच शुरु करने जा रहा है। इस मामले में क्षेत्र के मीटर रीडरों की भूमिका भी विभागीय स्तर पर जांच की जाएगी। वहीं विभाग जीरो रीडिंग कराने वाले उपभोक्ताओं पर भी कार्यवाही करेगा।

इस तकनीक का पहली बार पता चला है इससे उपभोक्ता के मीटर की रीडिंग स्टोर होती है इससे मीटर के खराब होने की पूरी संभावना है। जिन उपभोक्ताओं के मीटर शून्य कर रीडिंग जीरो की गई है उन पर एक्शन लिया जाएगा। लैब में जांच के बाद उनकी बिल का अस्समेंट तैयार कर पेनल्टी समेत बिल वसूला जाएगा। साथ ही मीटरों की जांच कराई जाएगी।

एके सिंह, एसई सिटी