दिल्ली से सप्लाई में शॉर्टेज के चलते सब्जी मंडी में 80 से 100 रुपये किलो बिक रहा नींबू

फुटकर में मनमाने दाम के चलते 160 रुपये किलो तक पहुंचा नींबू

Meerut। एक तरफ जहां कोरोना की दूसरी लहर रफ्तार पकड़ रही है वहीं, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए उपयोग हो रहे नींबू, संतरा और मौसमी के दामों पर कालाबाजारी भी तेजी के साथ बढ़ी है। यही वजह है कि पिछले एक सप्ताह में इनके दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। मेरठ के फुटकर बाजार में जहां नींबू का दाम 160 रुपए किलो तक पहुंच गया है। वहीं होल सेल में भी नींबू 100 से 120 रुपए तक बिक रहा है।

एक सप्ताह में बढ़ी डिमांड

कोरोना को मात देने के लिए लोग काढ़ा वगैरह बनाकर उसका सेवन कर रहे हैं। जिसमें नींबू आदि सामग्री मिश्रित हो रही है। इसलिए उनकी डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है। इसके चलते एक सप्ताह पूर्व नींबू 80 से 100 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा था लेकिन, अचानक डिमांड बढ़ने से मंडी के दामों में उछाल आ गया। अब नींबू 160 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है। इतनी महंगाई है कि 20 के तीन नींबू बिक रहे हैं। यही हालात मौसमी की है, जो पहले 50 रुपये किलो के हिसाब से बिक रही थी लेकिन अब 70 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है। जूस वालों ने भी प्रति गिलास के रेट बढ़ाकर 20 से 50 तक कर दिए हैं।

इम्यूनिटी के नाम पर कालाबाजारी

कोरोना से बचाव के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का महत्वपूर्ण रोल है। विटामिन सी के रूप में नींबू पानी कंज्यूम करने की सलाह डॉक्टर भी दे रहे हैं। ऐसे में नींबू से लोगों की इम्युनिटी बढ़े न बढ़े मगर, नींबू की कालाबाजारी बढ़ती जा रही है। वहीं दूसरी तरफ रमजान में नींबू पानी की डिमांड अधिक बढ़ जाती है। रमजान के दौरान 100 से 120 रुपए प्रति किलो तक रहने वाला नींबू इस बार 160 रुपए किलो बिक रहा है।

कोरोना के कारण नींबू की अधिक डिमांड के कारण दिल्ली से ही नींबू की शार्टेज चल रही है। शार्टेज के कारण रेट बढ़ रहा है। मंडी में 80 से 100 रुपए के बीच नींबू चल रहा है। जिसे फुटकर में मनमाने दाम पर बेचा जा रहा है।

भूषण शर्मा, नवीन सब्जी मंडी, अध्यक्ष