मेरठ : सेना की डोगरा बटालियन में बैरक नंबर तीन में ड्यूटी से गए अमित ने पहले नायक से अरविंद के बारे में पूछा। लाइट जलाकर उसकी पहचान की और जरा सी बातचीत के बाद सीने से सटाकर गोली मार दी। यह वाकया बैरक में मौजूद 15 जवानों के सामने हुआ। गोली मारने के बाद अरविंद के शव को हिलाकर भी देखा। इसके बावजूद किसी ने अमित को पकड़ने की कोशिश तक नहीं की।

आवाज सुनकर बटालियन में अफरा-तफरी मच गई। आसपास मौजूद स्टाफ बैरक नंबर तीन में पहुंचा। तब अरविंद का शव बेड पर पड़ा था। अमित ने इंसास और भरी मैगजीन के साथ खून से सनी वर्दी तक उतारकर नायक के हवाले कर दी।

नो टेंशन, नो पेंशन

कत्ल करने के बाद भी उसके चेहरे पर कोई खौफ नहीं था। भीड़ के सामने पत्नी गले लगकर खूब रोई, पर उसके चेहरे पर हंसी थी। बोला, अब नो टेंशन, नो पेंशन। जो मेरा लक्ष्य था, उसे पूरा कर दिया। अरविंद के बारे में अमित ने बताया कि उसकी शादी नहीं हुई थी। भाई की मौत के बाद भाभी से उसकी नजदीकियां बढ़ गई थीं, जो चार बच्चों की मां है। हालांकि उसे साथ नहीं रखता था। सिर्फ बबीता के पीछे लगा रहता था। एक बार तो बबीता का मोबाइल और सिम तोड़ दिया था। इसके बाद दूसरा लिया तो उस पर कॉल करने लगा।

इन्होंने कहा

देर रात सेना के अफसरों की ओर से सेना के जवान अरविंद की हत्या की सूचना दी गई। पुलिस ने सुबह तीन बजे हत्यारोपी अमित को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही हत्या में प्रयोग की गई इंसास, मैगजीन, खून से सनी वर्दी को कब्जे में ले लिया। अमित के जुर्म स्वीकार करने पर उसे जेल भेज दिया गया। शव को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।

-एसएस बघेल, एसएसपी