- प्रशासन ने दी प्रिंसिपल को हिदायत, स्थिति संभालो

- इंटर्न को लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे प्रिंसिपल, नहीं बनी बात

- सीओ वीरकुमार के नेतृत्व में कई थानों के एसओ ने जमाया डेरा

- इंटर्न और जेडी से बातचीत जारी, जमकर हुआ हंगामा

Meerut : मेडिकल कॉलेज की बिगड़ती परिस्थितियों को देखते हुए पुलिस ने पूरे कॉलेज को अपने कब्जे में ले लिया है। प्रशासनिक अधिकारियों के कहने पर कॉलेज में लॉ एंड ऑर्डर की परिस्थितियों ठीक करने के लिए पांच थानों की पुलिस तैनात की कर दी गई है। दूसरी ओर इंटर्न डॉक्टर्स का अनशन तुड़वाने और इंटर्न अपनी मांगे मनवाने के लिए लगातार कोशिश करते रहे। इंटर्न का जमकर हंगामा भी हुआ। डीएम ऑफिस तक भी गए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

पांच थानों की पहुंची पुलिस

प्रशासनिक अधिकारियों के इशारे मेडिकल कॉलेज के बिगड़े हालातों पर काबू पाने के लिए सीओ बीएस वीरकुमार के नेतृत्व में पांच थानों की पुलिस पहुंची और पूरे कॉलेज को छावनी में तब्दील कर दिया। मेडिकल के बिगड़ते हालातों के बारे में प्रिंसिपल से वार्ता की गई। इस समय में मेडिकल कॉलेज में इंटर्न का अनशन कॉलेज प्रशासन के लिए सबसे बड़ी गले हड्डी भी बना हुआ है। अगर किसी बच्चे की हालात नाजुक हो जाती है तो कॉलेज में और भी बुरे हाल हो सकते हैं। इन तमाम बिंदुओं पर पुलिस और प्रिंसिपल के बीच काफी देर तक बात हुई।

मनवाने का दौर जारी

इससे पहले पूरे दिन कॉलेज प्रशासन और इंटर्न के बीच एक दूसरे की मांगों को मनाने और मनवाने का दौर जारी रहा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इस बीच स्टूडेंट्स ने हंगामा भी किया। स्टूडेंट्स ये भी मत था कि जब दोषी जेआर्स को बहाल ही करना था तो उनके सस्पेंशन का ड्रामा क्यों किया गया? वहीं उन्होंने ये भी कहा कि अभी तक जांच किस लिए होनी चाहिए ये मुद्दा ही भटका हुआ है। उन्होंने कहा कॉलेज प्रशासन ने अभी तक डॉ। संजीत की मौत पर कोई इंक्वायरी की मांग नहीं उठाई है।

प्रिंसिपल पहुंचे डीएम दरबार

उसके बाद प्रिंसिपल इंटर्न डॉक्टर्स के साथ डीएम ऑफिस पहुंचे। लेकिन डीएम से मुलाकात न होने की वजह से एडीएम सिटी से मुलाकात हुई। एडीएम सिटी ने इंटर्न को अपनी मांगों को दोबारा रिटन में देने को कहा है। इंटर्न की मांगे हैं कि जांच पैनल रितु पुनिया को छोड़कर बाकी डॉक्टर्स पैनल को चेंज किया जाए। जांच में तुंगवीर सिंह आर्या को जांच के घेरे में लाया जाए। इस पूरे प्रकरण की जांच संजीत की मौत से शुरू किया जाए। वहीं मजिस्ट्रेट जांच के लिए जो लेटर भेजा गया था उसे खारिज कर नया लेटर भेजा जाए जिसमें संजीत मौत की जांच का विवरण दिया गया हो। शाम को इंटर्न और कॉलेज प्रशासन की ओर से प्रशासन को भेज दिया गया है।

अनशन हो सकता है समाप्त

वहीं इंटर्न का अनशन शुक्रवार देर रात समाप्त हो सकता है। इंटर्न डॉक्टर्स की ओर से संकेत मिले हैं। कॉलेज की ओर से लेटर चेंज किया गया है। वहीं प्रशासन भी इस ओर ध्यान दे रहा है। उम्मीद है कि शुक्रवार देर रात तक अनशन खत्म हो जाए। वरना शनिवार सुबह को अनशन खत्म होने की पूरी उम्मीद है।

मिल रहा समर्थन

संजीत की मौत की जांच के समर्थन में अनशन पर बैठे इंटर्न को अब आसपास के मेडिकल कॉलेजों का भी समर्थन मिलना शुरू हो गया है। आसपास के जिलों में पड़ने वाले कई मेडिकल कॉलेजों के इंटर्न के पास फोन आ रहे हैं। उम्मीद है कि कई कॉलेजों के स्टूडेंट्स शनिवार को मेडिकल कॉलेज में संजीत को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे।

कब सुधरेंगे हॉस्पिटल के हालात

भले जूनियर रेजिडेंट की हडताल खत्म हो गई हो, लेकिन हॉस्पिटल में मेडिकल सेवाएं ठीक से बहाल नहीं हो पाए है। सीनियर रेजिडेंट भी ऐसे माहौल में अपने सेवाएं ठीक से देने में हाथ खड़े कर रहे हैं। वैसे सीएमएस का कहना है कि हमारी ओर से पूरे प्रयास जारी है। जेआर्स के लौटने से सेवाएं भी पहले से और भी ज्यादा बेहतर हो जाएंगी।