उ.प्र। खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड उपाध्यक्ष ने की मंडलीय समीक्षा

ऋण वितरण में विलंब पर जताई नाराजगी, बांटी विद्युत चलित चाक

Meerut । उ.प्र। खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष राम गोपाल उर्फ गोपाल अंजान ने गुरुवार को मंडलीय समीक्षा करके रोजगार और ग्रामोद्योग के लिए ऋण वितरण और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में लेटलतीफी पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अधिकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार और ग्रामोद्योग के लिए ऋण उपलब्ध कराकर गांधी जयंती को रोजगार दिवस बनाएं। इस दौरान उन्होंने जहां माटीकला के 15 लाभार्थियों को निशुल्क विद्युत चलित चाक प्रदान किया। महिलाओं के कौशल विकास प्रशिक्षण के समापन पर उन्हें प्रमाणपत्र वितरित किए तथा अच्छा काम और रोजगार प्रदान वाली तीन इकाईयों को प्रोत्साहन राशि के चेक प्रदान किए।

योजनाओं की समीक्षा की

बोर्ड उपाध्यक्ष ने सबसे पहले मेरठ मंडल के सभी जनपदों में संचालित कुल 145 विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। ग्रामोद्योग स्थापित करने तथा रोजगार सृजन योजना के तहत ऋण वितरण में लापरवाही पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण ने योजनाओं को प्रभावित किया है लेकिन अब उससे बाहर निकलकर एक एक व्यक्ति को रोजगार उपलब्ध कराने में अधिकारी जुट जाएं। उन्होंने कहा कि सीएम का निर्देश है कि प्रदेश में किसी को भूखा नहीं सोने दिया जाएगा।

बांटे विद्युत चाक

उन्होंने माटीकला के 15 लाभार्थियों को निशुल्क विद्युत चाक बांटे। बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने वाले तीन ग्रामोद्योग संचालकों को उन्होंने प्रोत्साहन राशि के चेक प्रदान करके सम्मानित किया। गांव दतावली में उन्होंने कौशल विकास प्रशिक्षण के समापन पर 25 महिलाओं को प्रमाणपत्र प्रदान किए। बैठक में जिला ग्रामोद्योग अधिकारी मेरठ ए के दीक्षित, हापुड राकेश कर्णवाल, गौतमबुद्वनगर अनिल कुमार, बागपत अजयपाल, बुलन्दशहर/गाजियाबाद संजय श्रीवास्तव, सोम प्रकाश प्राचार्य मण्डलीय औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र नजीबाबाद सोम प्रकाश, आशीष अग्रवाल, अशवनी कम्बोज, नरेंद्र राष्ट्रवादी, जगपाल सिंह बौद्ध आदि मौजूद रहे।

यहां बनेगा प्रशिक्षण केंद्र

मेरठ मंडल के लाभार्थियों को अभी तक रोजगार प्रशिक्षण के लिए नजीबाबाद स्थित प्रशिक्षण केंद्र पर जाना होता है। जिससे मेरठ क्षेत्र के लोग परेशान रहते हैं। महिलाओं के लिए तो यह कार्य और भी कष्टकारी है। लिहाजा मंडल का प्रशिक्षण केंद्र मेरठ अथवा गाजियाबाद में स्थापित करने की तैयारी है। जिसके लिए जमीन की तलाश की जा रही है।