मेरठ, (ब्यूरो)। यूपी बोर्ड के अनुसार कोरोना महामारी जैसी अगर कोई स्थिति बने तो स्टूडेंट को प्रमोट करने में किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। इसी को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने सभी जिलों के डीआईओएस को हाफ ईयरली के प्राप्तांक को बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कराने का निर्देश जारी किया है।
डीआईओएस की जिम्मेदारी
बोर्ड के अनुसार अब हाफ ईयरली के प्राप्तांक को बोर्ड की वेबसाइट पर जमा होने की मॉनीटरिंग सभी जिलों के डीआईओएस करेंगे। किसी भी स्कूल की ओर से निर्धारित डेट तक माक्र्स अपलोड नहीं किए गए तो इसके लिए सीधे तौर पर डीआईओएस की ही जिम्मेदारी होगी।

अपलोड नहीं थे माक्र्स
बता दें कि सत्र 2021 में कोविड के कारण बोर्ड की परीक्षाएं नहीं हो सकी थी। इसके बाद बोर्ड की ओर से सभी रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स को प्रमोट कर दिया गया। स्टूडेंट्स को प्रमोट करने के दौरान बनाए गए नियम में हाफ ईयरली परीक्षाओं के माक्र्स भी जोडऩे का प्लान था, लेकिन बड़ी संख्या में स्कूलों ने बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स के हाफ ईयरली एग्जाम के नम्बरों को बोर्ड को अपलोड नही किए थे। इससे बोर्ड को काफी दिक्कत उठानी पड़ी, जिसके बाद बोर्ड ने हाफ ईयरली परीक्षा के माक्र्स अपलोड करने के निर्देश जारी किए है।

दिसम्बर के सेेकेंड वीक तक मौका
यूपी बोर्ड ने पिछले दिनों में आदेश जारी करके 9 से इंटर तक के स्टूडेंट्स की हाफ ईयरली परीक्षाएं 20 नवम्बर तक कराने का निर्देश दिया था।

दिए गए निर्देश
इसके बाद स्कूलों की ओर से हाफ इयरली एग्जाम का आयोजन किया जा रहा है। इसके बाद बोर्ड ने इन परीक्षाओं के माक्र्स को बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया है। हाफ ईयरली के प्राप्तांकों को यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। दिसम्बर के दूसरे सप्ताह तक का समय दिया गया है।

सभी स्कूलों को हाफ ईयरली एग्जाम के माक्र्स बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है, सभी को नम्बर अपलोड करने है, जो नहीं करेंगे उन पर कार्रवाई होगी।
गिरजेश कुमार, डीआईओएस