मेरठ ब्यूरो। मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने बुधवार को मैक्स मेड सेंटर में इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी एंड एरिथमिया ओपीडी की शुरुआत की। इस सेंटर के जरिए मरीजों को एडवांस कार्डियक केयर मिलेगी और इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी जैसी तकनीक से कार्डियक एरिथमिया का समय पर पता चल जाता है। हार्ट बीट की निगरानी जरूरी इस दौरान आयोजित प्रेस वार्ता में मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में कार्डियोलॉजी एंड इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी के डायरेक्टर डॉक्टर अमित मलिक ने बताया कि कार्डियक इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी में एक शानदार तकनीक है। ये तकनीक से असामान्य हार्ट बीट का पता लगाने के लिए हार्ट की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी का आंकलन करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
ये असामान्य लय हार्ट के नॉर्मल फंक्शन को बाधित करती है और इसकी वजह से दिल के दौरे, हार्ट फेल और सडन कार्डियक अरेस्ट होने का खतरा रहता है। उम्र बढऩे, अनियंत्रित ब्लड प्रेशर, पिछले हार्ट अटैक और कभी-कभी वायरल इंफेक्शन भी दिल में दाग का कारण बन सकते हैं। जबकि असामान्य इलेक्ट्रिकल मार्ग, अक्सर जन्मजात हार्ट डिजीज में मौजूद होते हैं, जिसके चलते दिल की धड़कन तेज, धीमी या अनियमित हो सकती है। दूसरे और चौथे बुधवार रहेगी ओपीडी डॉक्टर अमित मलिक ने कहा कि हर महीने के दूसरे और चौथे बुधवार को डॉक्टर अमित मलिक मैक्स मेड सेंटर में प्राइमरी कंसल्टेशन के लिए उपलब्ध रहेंगे। यहां एडवांस तकनीक के साथ विशेषज्ञता के जरिए इलाज मिलता है, जो मरीजों के लिए लाभकारी साबित होगा।