मेरठ (ब्यूरो)। शहर में लगातार बढ़ रहे अवैध निर्माणों पर लगाम कसने के लिए एमडीए का अभियान मंगलवार को भी जारी रहा। अभियान के तहत बिना मानचित्र स्वीकृत कराए बिना शहर के बाहरी क्षेत्रों में बन रही अवैध कालोनियों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया।

बिजली कनेक्शन पर रोक
अभियान के तहत मंगलवार को दिल्ली रोड, देहरादून बाईपास, हापुड़ रोड पर कई कालोनियों को ध्वस्त किया। इस दौरान ध्वस्त की गई कालोनियों में प्लाट की बिक्री पर रोक लगा दी गई है और मेरठ विकास प्राधिकरण की ओर से संबंधित खसरा व अन्य विवरण के साथ निबंधन कार्यालय को पत्र लिखा गया है। इसके साथ ही इन्हें विद्युत कनेक्शन न देने के लिए ऊर्जा निगम को भी पत्र भेजा गया है।

ये अवैध निर्माण हुए धवस्त
साईंपुरम कालोनी के नजदीक धर्मवीर, सोहनवीर आदि द्वारा लगभग 25 हजार वर्ग मीटर भूमि पर विकसित की गई अवैध कालोनी

घाट गांव रोड पर श्यामवीर, अमृतपाल व सुनील कुमार द्वारा लगभग 14 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में विकसित की गई अवैध कालोनी

हापुड़ रोड स्थित पीपलीखेड़ा अहाते के अंदर नोमान अली द्वारा लगभग 15 हजार वर्ग मीटर में विकसित की गई अवैध कालोनी

दिल्ली रोड स्थित भूड़बराल गांव में लगभग 20 हजार वर्ग मीटर में रमेश एन्क्लेव नाम से अरङ्क्षवद कुमार द्वारा विकसित की गई अवैध कालोनी

देहरादून बाईपास पर घाट गांव में रमेश जुनेजा पुत्र स्व। जगदीश चंद द्वारा खसरा संख्या 1024, 1025, 1027, 1028, 1030 व 1034 पर लगभग 30 हजार वर्ग मीटर पर विकसित की गई अवैध कालोनी

हापुड़ रोड स्थित पीपलीखेड़ा अहाते के अंदर हाईटेंशन लाइन के नीचे खालिद द्वारा लगभग 10 हजार वर्ग गज में विकसित की गई अवैध कालोनी

हापुड़ रोड पर ही अलीपुर जिजमाना गांव में सुभाष शर्मा, शहजाद व मासूक आदि द्वारा लगभग 12 बीघे में जमीन पर छोटे प्लाट काटकर विकसित की गई अवैध कालोनी

बिना मानचित्र स्वीकृत कराए कालोनी विकसित करना कानून को चुनौती देना है। इससे राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। यही नहीं ऐसी कालोनियों में प्लाट या मकान लेकर रहने वाले लोग मूलभूत सुविधा से वंचित रह जाते हैं क्योंकि यहां पर नगर नियोजन के नियमों के तहत कार्य नहीं होते। ध्वस्तीकरण अभियान लगातार जारी रहेगा।
अभिषेक पांडेय, उपाध्यक्ष, एमडीए