-शताब्दीनगर की तर्ज पर एमडीए ने तैयार कराया एग्रीमेंट, लीगल एडवाइज को भेजा

-किसानों ने कहा हर कसौटी पर परखी जाएगी एग्रीमेंट की शर्ते, मुआवजा आखिरी शर्त

Meerut: गंगानगर, लोहियानगर और वेदव्यासपुरी तीन योजनाओं में मुआवजे को लेकर समझौते कर चुका एमडीए अब कदम-कदम पर चौकसी बरत रहा है। एमडीए ने मुआवजा भुगतान से पूर्व इसके लिए एक एग्रीमेंट तैयार कराया है। इस एग्रीमेंट के माध्यम से ही एमडीए मुआवजा भुगतान करेगा। उधर, किसानों ने इस एग्रीमेंट की कॉपी एमडीए से मांगी है। किसानों का कहना है कि एग्रीमेंट को हर कसौटी पर परखा जाएगा।

क्या है मामला

दरअसल, एमडीए ने गंगानगर, वेदव्यासपुरी और लोहियानगर योजना के किसानों के साथ मुआवजे का लेकर समझौता किया है। इस समझौते के अनुसार एमडीए द्वारा किसानों को शताब्दीनगर की तर्ज पर 690 रुपए का अतिरिक्त मुआवजा भुगतान करना है। किसानों के साथ हुए समझौते पर एमडीए पूरी चौकसी बरत रहा है। ताकि किसान भविष्य में अतिरिक्त मुआवजे की मांग न उठाएं। इसके लिए एमडीए ने एक एग्रीमेंट तैयार कराया है। एग्रीमेंट में एमडीए ने तमाम ऐसी शर्तो को रखा है, जिसमें किसान आगे से कोई मांग न उठा सकें। एमडीए की ओर से यह एग्रीमेंट अधिवक्ता के पास लीगल एडवाइज के लिए भेजा गया है।

धोखे में नहीं आएंगे किसान

एमडीए की इन तीनों योजनाओं में तीन हजार से अधिक किसान हैं। एग्रीमेंट की बात पर किसानों ने किसी धोखे में न आने की बात की है। किसानों ने एमडीए से एग्रीमेंट की एक कॉपी भी मांगी है। गंगानगर किसान संघर्ष समिति के महामंत्री हरविंदर सिंह ने बताया कि किसान एग्रीमेंट का लीगल परीक्षण कराएंगे। यदि इसमें एमडीए की कोई चतुराई होगी तो किसान फिर से आंदोलन करेंगे।