मेडिसिन-पीडिया विभाग आज देगा प्रजेंटेशन, डीएम भी रहेंगे

सीएचसी-पीएचसी के प्रभारी लेंगे ट्रेनिंग, इलाज का प्रोटोकाल भी जानेंगे

Meerut। डेंगू का वायरस जिले में दस्तक दे चुका है, जिसका पारा बढ़ने की आशंका है। मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने डेंगू, चिकनगुनिया, स्क्रबटाइफस एवं अन्य बीमारियों के इलाज का प्रोटोकाल बनाया है, जिसकी जानकारी सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को दी जाएगी। सोमवार को मेडिकल कॉलेज में आयोजित वर्कशाप में प्रांतीय चिकित्सा संवर्ग के डाक्टरों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा।

संक्रामक बीमारियों का प्रजेंटेशन

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ। ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि मेडिसिन विभाग में फीवर डेस्क की इंचार्ज डॉ। स्नेहलता एवं पीडिया विभाग की डॉ। अनुपमा वर्मा ने डेंगू एवं अन्य संक्रामक बीमारियों का प्रजेंटेशन बनाया है, जो जिलाधिकारी की उपस्थिति में चिकित्सकों को दिखाई जाएगी। जिले में 12 सामुदायिक एवं 35 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सकों को ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया है। उन्हें डेंगू वायरस के स्ट्रेन, शाक सिंड्रोम एवं अन्य बीमारियों की नए सिरे से जानकारी दी जाएगी। हाल के दिनों में वायरस की प्रकृति में आए बदलावों एवं देश में संक्रमण के बारे में भी बताया जाएगा।

चूहे-गिलहरी से बचाव

बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ। विजय जायसवाल ने बताया कि पिछले वर्षो में डेंगू का वायरस बच्चों के लिए ज्यादा घातक नहीं रहा, लेकिन आगरा एवं फिरोजाबाद में ज्यादा मौतों ने चिकित्सा विज्ञानियों को हैरानी में डाला है। वहां कई बच्चों में स्क्रबटाइफस एवं अन्य बीमारी की आशंका है। प्रांतीय चिकित्सा संवर्ग के डाक्टरों को इन बीमारियों एवं डेंगू के बीच लक्षणों एवं जांच में अंतर की जानकारी दी जाएगी। डेंगू का सिर्फ लक्षणों के आधार पर इलाज किया जा रहा है। लेकिन लक्षणों में आने वाले बदलावों पर नजर रखना जरूरी है।

ये लक्षण खतरनाक

चक्कर आने के साथ प्लेटलेट एवं बीपी गिरना

हाथ-पांव ठंडा पड़ना।

पेशाब का कम होना या रुक जाना।

आंतरिक रक्तस्राव से गांठों का बनना

सैनिक विहार में सात घरों में लार्वा, नोटिस दी

जिले में डेंगू बुखार के 20 मरीज मिलने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। जिला मलेरिया अधिकारी सत्यप्रकाश ने बताया कि पात्रों में एंटी लार्वा विलयन डाला गया है। साथ ही उन्हें नोटिस भी दी गई है। जिला मलेरिया विभाग नियमित रूप से कालोनियों में पहुंचकर घरों में रखे गमलों, पात्रों एवं बर्तनों की जांच करेगा।