देश में ई-संजीवनी ऐप से इलाज देने में मेरठ का तीसरा नंबर
15 जुलाई से हुई थी ई-संजीवनी ऐप की शुरुआत
Meerut। मरीजों को घर बैठे इलाज मुहैया करवाने में मेरठ जिला देशभर में नाम रोशन कर रहा है। ई-संजीवनी की नेशनल रैंकिंग में जिला तीसरे नंबर पर काबिज हुआ है। केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में जारी रैंकिंग में इसका खुलासा हुआ है। सीएमओ डॉ। राजकुमार ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले और दूसरे नंबर पर तमिलनाडु के दो जिले हैं। वहीं चौथे नंबर पर यूपी का बहराइच जिला है। इससे पहले भी मेरठ ने प्रदेशभर के जिलों को पीछे छोड़ते हुए प्रदेश की रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया था। देशभर में मेरठ का नाम रोशन करने पर महानिदेशक हेल्थ विभाग ने सभी को बधाई दी।
ये है रैकिंग
पहली
तमिलनाडु का वेल्लूर जिला
16368 मरीजों को इलाज दिया।
दूसरी
तमिलनाडु का मदुरैई
12866 मरीजों को इलाज दिया।
तीसरा
उत्तर प्रदेश का मेरठ
10795 मरीजों को इलाज दिया
चौथा
उत्तर प्रदेश का बहराइच
6641 मरीजों को ट्रीटमेंट दिया
ये है स्थिति
100 वेलनेस सेंटर हैं जिले में, जिसमें 50 उप केंद्र हैं।
30 पीएचसी हैं
20 यूपीएचसी है
ई-संजीवनी ऐप के लिए 50 सीएचओ हैं। 15 एमएनसीपी, 20 स्टाफ नर्स, 11 सीपीएम, तीन सीसीपीएम, 11 बीसीपीएम, एक अर्बन हेल्थ कोर्डिनेटर, एक डीसीपीएम, एक आरएमसीपी नियुक्त हैं।
मरीजों ने काफी जागरूकता दिखाई है। साथ ही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), स्टाफ नर्स, आशा संगिनियों व आशा कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमारी कोिशश है कि अधिक से अधिक मरीजों को इसका लाभ दिया जा सके।
डॉ। राजकुमार, सीएमओ, मेरठ
कोरोना के कारण अस्पताल नहीं जाने वाले लोगों के लिए यह ऐप संजीवनी साबित हो रही है। मरीजों को घर बैठे चिकित्सा परामर्श लेने की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा होम आइसोलेशन में रह रहे लोग भी इस ऐप का सहारा ले रहे हैं।
हरपाल सिंह, डीसीपीएम, मेरठ