मिलावटी और नकली सामानों का हब बनता जा रहा है मेरठ, बीते वर्षो में बढ़ा डुप्लीकेसी का धंधा

तेल, दवा, खाद्य पदार्थ, किताबें, स्पो‌र्ट्स गुडस और नकली नोट तक का हो रहा कारोबार

पहली बार 35 करोड़ की नकली किताबें मिलने से मची खलबली

Meerut। करीब 35 करोड़ की नकली एनसीआरटी की बुक्स प्रिंटिंग के मामले में मेरठ एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ गया है। यह पहली बार नहीं है कि मेरठ में इतने बडे़ स्तर पर कोई नकली माल तैयार किया जा रहा था इससे पहले भी मेरठ में नकली या कहें नेशनल इंटरनेशनल ब्रांड की डूप्लीकेसी का मामला बडे़ स्तर पर सामने आ चुका है। इस साल ही नकली प्रोडक्ट का यह चौथा बड़ा मामला है इससे पहले गत माह नकली नोट, नकली दवा और स्पोटर्स गुडस की खेप मेरठ में पकड़ी जा चुकी है।

35 करोड़ की नकली किताबें

बीते शुक्रवार को एसटीएफ ने परतापुर क्षेत्र के एक गोदाम में छापा मारकर एनसीईआरटी की 35 करोड की नकली किताबें बरामद की थी। इस गोदाम में ऑनलाइन उपलब्ध एनसीआरटी की किताबों का प्रिंट लेकर किताबों का छापा जा रहा था। पुलिस की जांच में गोदाम में करीब 9 लाख से अधिक नकली किताबें बरामद हो चुकी है। इसमें कई बड़े नेताओं और नामचीन लोगों का नाम सामने आ रहा है।

मुश्किल है पहचान

पुलिस के अनुसार गोदाम से करीब 35 करोड की किताबें और प्रिटिंग मशीनें बरामद कीं गई हैं जिन पर एनसीआरटी के लोगो से लेकर कवर पेज पर एनसीआरटी तक प्रिंट था। ऐसे में इन किताबों की पहचान आसान नही है कि यह नकली है। किताबों को तैयार कर यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड समेत कई राज्यों के बाजार में बेचा जाता था। हालांकि, किताबों की डूप्लीकेसी का यह पहला मामला था।

खेल के सामानों में भी 'खेल'

शहर की पहचान स्पो‌र्ट्स गुडस के नाम से देश विदेश में है, लेकिन यहां डुप्लीकेट प्रोडक्ट भी चोरी छिपे खूब बनते हैं। इस साल जनवरी में टीपी नगर क्षेत्र की एक फैक्टरी से एसजी और योनेक्स कंपनी के नाम से बन रही नकली खेल सामग्री पकड़ी गई थी, जो कोलकाता भेजी जाती थी।

ये आए मामले

स्पो‌र्ट्स कांप्लेक्स स्थित जेडी इंटरप्राइजेज में ब्रांडेड कंपनियों के नाम की नकली खेल सामग्री मिली थी।

सभी प्रोडक्ट विशाखापट्टनम और बंगाल तक सप्लाई होते थे।

बीते वर्ष विशाल नाम की फैक्ट्री में नकली खेल का सामान पकड़ा गया था।

सिविल लाइंस, लालकुर्ती, टीपीनगर, ब्रह्मपुरी, मेडिकल, परतापुर थाना क्षेत्र नकली सामान बनाने का गढ़ बन चुके हैं।

नकली प्रोडक्ट बनाने में पिछले तीन साल में खासी रफ्तार आई है।

गुरुग्राम की ब्रांड प्रोटेक्टर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अफसरों के मुताबिक मेरठ में दो सालों में 60 से ज्यादा कार्रवाई हुई है।

कोलकाता, राजस्थान, उड़ीसा, इंदौर जैसे शहरों में होती है सप्लाई

नकली स्पो‌र्ट्स गुडस

कारोबार का दायरा: मेरठ

कारोबार-1000 करोड़ करीब

गत माह पकड़ी 25 लाख की नकली दवा

बीती 29 जुलाई को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की संयुक्त टीम को छापेमारी में कई कंपनियों की नकली दवाएं मिली थी। टीम पर हुए हमले में टीम के दो सदस्य घायल भी हुए थे। टीम ने लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्टेट बैंक कॉलोनी में करीब 25 लाख रुपए की नकली दवाएं बरामद की थी।

पिछले साल भी कार्रवाई

बीते वर्ष सरधना के मुल्हेड़ा गांव में छापामारी के दौरान 14 प्रकार की नकली दवाएं बरामद हुईं थी। जिनको जेनेरिक दवाओं के नाम बेचा जा रहा था।

ये है स्थिति

सिपेक्जिम समेत कई एंटीबायोटिक दवाओं के सैंपल की जांच रिपोर्ट में साल्ट नकली मिलने के बाद हुई थी छापेमारी

सरधना में टीम ने छापा मारकर दो गोदाम में बड़ी कंपनियों का लेबल लगे 20 लाख रुपये की नकली दवाइयों का स्टॉक बरामद किया था।

नकली दवा का कारोबार

कारोबार का दायरा: मेरठ, आगरा, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर

कारोबार-1800 करोड़ करीब

बनता है नकली डीजल

मेरठ में नकली चीजों का कारोबार केवल दवा और खाद्य पदार्थो तक ही सीमित नही है यहां पेट्रोल डीजल तक भी नकली बनाकर बेचने का कारोबार गांव देहात में चलता है। गत वर्ष किठौर थाना क्षेत्र के शाहजहांपुर में पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने अवैध रुप से चल रहे तेल गोदाम व नकली डीजल बनाने की फैक्ट्री पकड़ी थी।

नकली साल्वेंट

कारोबार का क्षेत्र- कांडला पोर्ट से आयात होकर टैंकर के माध्यम से मेरठ व आसपास के जनपदों में आता है। मेरठ में साल्वेंट में बेंजीन और टाल्वेंट आदि सस्ते रसायन मिलाकर उसे पेट्रोल के घनत्व वाले मिश्रण रूप में तैयार किया जाता है।

कारोबार का क्षेत्र- मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, बिजनौर

कारोबार- 2000 करोड़ करीब

नमक तक बन रहा नकली

दो साल पहले टाटा नमक कंपनी के सीनियर इन्वेस्टीगेशन ऑफिसर्स ने नवीन मंडी में पुलिस के साथ छापा मारकर एक ट्रेडिंग कंपनी के गोदाम से भारी मात्रा में नकली नमक बरामद किया था।

नकली नमक

कारोबार का क्षेत्र- मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत

कारोबार- 50 करोड़ करीब

नकली नोट भी बरामद

जून 2020 में जहां कोरोना महामारी के चलते उद्योग-धंधे और कामकाज अपनी रफ्तार को वापस लाने में जुटे थे और आम आदमी आíथक संकट से जूझ था वहीं नकली नोटों का कारोबार करने वाले एक गैंग के तीन सदस्यों को मेरठ पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इनके कब्जे से पुलिस को दो लाख साठ हजार के नकली नोट और काफी तादात में अर्ध निíमत नकली नोट व प्रिंटर समेत कागज बरामद हुये थे।