तीन दिनों में हुई घटनाएं
कंकरखेड़ा स्थित व्यापारी जॉनी मित्तल अपने कोल्ड स्टोरेज पर बैठे हुए थे। तभी बाइक सवार आए और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिनमें से एक गोली व्यापारी को लग गई। पता चला कि रंगदारी न देने के कारण उन पर ये हमला हुआ था।
लूट
कागजी बाजार में सुबह अपनी दुकान खोलकर सर्राफा व्यापारी बैठा ही था कि उसकी आखों में मिर्च डालकर दो लाख की लूट को अंजाम दिया। जिसका पुलिस अभी तक सुराग नहीं लगा सकी है। व्यापारी अभी तक डरा हुआ है।
चोरी
शास्त्रीनगर इलाके में एक टीचर के घर पर चोरों ने दिन दहाड़े एक करोड़ रुपए की चोरी को अंजाम दिया। चोरों ने घर से डायमंड और गोल्ड की ज्वैलरी रखी हुई थी। चोरों का अभी तक सुराग नहीं लग सका।
मर्डर
शुक्रवार को दोपहर 12 बजे प्रेमपुरी की घटना ने तो पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। बदमाशों ने प्रेमपुरी इलाके में रहने वाली बुजुर्ग महिला का मर्डर कर दिया। उसमें भी पुलिस के अधिकारी लीपापोती करते हुए नजर आ रहे हैं।
- कांवड़ को लेकर तय मीटिंग में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते कलेक्ट्रेट पहुंचे भाजपाई
- पिछले तीन दिनों में हुई वारदातों को लेकर भाजपाइयों ने रखी अपनी बात
- डीएम ने कहा रुटीन क्राइम की नहीं ली जा सकती है एसएसपी से रिपोर्ट
<तीन दिनों में हुई घटनाएं
कंकरखेड़ा स्थित व्यापारी जॉनी मित्तल अपने कोल्ड स्टोरेज पर बैठे हुए थे। तभी बाइक सवार आए और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिनमें से एक गोली व्यापारी को लग गई। पता चला कि रंगदारी न देने के कारण उन पर ये हमला हुआ था।
लूट
कागजी बाजार में सुबह अपनी दुकान खोलकर सर्राफा व्यापारी बैठा ही था कि उसकी आखों में मिर्च डालकर दो लाख की लूट को अंजाम दिया। जिसका पुलिस अभी तक सुराग नहीं लगा सकी है। व्यापारी अभी तक डरा हुआ है।
चोरी
शास्त्रीनगर इलाके में एक टीचर के घर पर चोरों ने दिन दहाड़े एक करोड़ रुपए की चोरी को अंजाम दिया। चोरों ने घर से डायमंड और गोल्ड की ज्वैलरी रखी हुई थी। चोरों का अभी तक सुराग नहीं लग सका।
मर्डर
शुक्रवार को दोपहर क्ख् बजे प्रेमपुरी की घटना ने तो पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। बदमाशों ने प्रेमपुरी इलाके में रहने वाली बुजुर्ग महिला का मर्डर कर दिया। उसमें भी पुलिस के अधिकारी लीपापोती करते हुए नजर आ रहे हैं।
- कांवड़ को लेकर तय मीटिंग में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते कलेक्ट्रेट पहुंचे भाजपाई
- पिछले तीन दिनों में हुई वारदातों को लेकर भाजपाइयों ने रखी अपनी बात
- डीएम ने कहा रुटीन क्राइम की नहीं ली जा सकती है एसएसपी से रिपोर्ट
Meerut
Meerut : कांवड़ को लेकर मीटिंग का समय लेने वाले भाजपा कार्यकर्ता हंगामा करते हुए डीएम कार्यलय पहुंचे। उन्होंने प्रेमपुरी में होने वाले मर्डर के बारे में डीएम से बात करते हुए कहा कि सिटी में लॉ एंड ऑर्डर काफी बिगड़ गया है। इस बारे में पुलिस पूरी तरह से नाकाम साबित हो चुकी है। लूट, हत्या और रंगदारी के मामले लगातार आने से लोगों में काफी भय व्याप्त हो गया है। आखिर मेरठ के हालात कब सुधरेंगे?
लगातार बढ़ रहा है क्राइम
दोपहर करीब फ् बजे मेरठ महानगर ईकाई के भाजपा कार्यकर्ता डीएम कार्यालय पहुंचे और डीएम को घेर लिया। महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन 'रितुराज' ने नेतृत्व में कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, मेयर हरिकांत अहलूवालिया, अमित अग्रवाल और कई लोग डीएम पर मेरठ में बढ़ते क्राइम को लेकर सवालों की बौछार कर दी। उन्होंने कहा कि पुलिस से बदमाशों का खौफ पूरी तरह खत्म गया है। प्रेमपुरी मर्डर के मामले में भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। न तो डॉग स्क्वॉयड बुलाया गया न ही वहां फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट आए। सिर्फ बॉडी को वहां से हटाया गया ताकि कोई बवाल न हो जाए।
रुटीन क्राइम की कैसे लूं रिपोर्ट?
डीएम पंकज यादव ने सभी बातों को सुनने के बाद कहा कि आप लोगों ने मुझसे कांवड़ पर बात करने के लिए समय मांगा था, लेकिन आप मर्डर और लूट जैसी घटनाओं पर मुझसे बात कर रहे हैं। मैं उससे इनकार नहीं कर रहा हूं। अगर आप थोड़ा पहले बताते तो एसएसपी को भी बुला लिया जाता है। क्योंकि क्राइम के विषय में वो ही सारी बातें बता सकते हैं। मैं फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट न आने और डॉग स्क्वॉयड के न पहुंचने पर जवाब नहीं दे सकता हूं। न ही मैं रोज के रुटीन क्राइम पर एसएसपी से सवाल कर सकता हूं।
'क्रिया की प्रतिक्रिया पर भड़के डीएम'
मर्डर, लूट, रंगदारी और चोरी जैसे मामलों के लेकर सभी अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे थे। तभी पार्टी के मंडल अध्यक्ष राकेश जैन ने कहा कि जिस तरह से बदमाशों की क्रिया चल रही है उसकी प्रतिक्रिया भी हो सकती है। इतना सुनते ही डीएम भड़क गए। उन्होंने कौन करेगा प्रतिक्रिया? मर्यादा और दायरे में रहकर बात करिये। हमने आपको बात करने के लिए टाइम नहीं दिया है। जिसके बाद विधायक और मेयर ने मामले को शांत कराया।
मैं डेली की क्राइम से रिलेटेड बातों के बारे में एसएसपी से नहीं पूछ सकता हूं। अगर कोई सांप्रदायिक मामला सामने आता है तो उसमें मेरी भूमिका शामिल होती है। रुटीन के मामलों मैं दखल अंदाजी नहीं कर सकता।
- पंकज यादव, डीएम
मेरठ पुलिस पूरी तरह से नाकारा हो चुकी है। पिछले तीन दिनों में जो वारदातें हुई हैं उससे साबित होता है कि पुलिस का कंट्रोल पूरी तरह से खत्म हो चुका है।
- सत्यप्रकाश अग्रवाल, कैंट विधायक
पहले रंगदारी, लूट, चोरी और अब हत्या आखिर ये शहर में हो क्या रहा है? आखिर इन सब वारदातों की जवाबदेही किसी की है या नहीं? पुलिस आखिर क्या रही है?
- हरिकांत अहलूवालिया, मेयर
शहर में लोगों का रहना काफी मुश्किल हो गया है। लगातार इन वारदातों से पब्लिक सहम गई है। अगर मर्डर को छोड़ भी दें तो लूट, रंगदारी और चोरी के मामलों में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
- सुरेश जैन 'रितुराज', महानगर अध्यक्ष, भाजपा